शिवसेना (ठाकरे समूह) पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने बयान दिया है कि हम राज्य में भाजपा के साथ समझौता (पैचअप) कर सकते थे, लेकिन यह हमारी नैतिकता के अनुरूप नहीं है। उद्धव ठाकरे ने यह भी कहा है कि जब मैं मुख्यमंत्री था तो सभी टूटे हुए विधायकों को एक कमरे में रख सकता था, लेकिन वे पहले ही टूट चुके थे| उद्धव ठाकरे पूर्व नगरसेवकों की बैठक में बोल रहे थे|
ठाकरे ने कहा, ”हम राज्य में भाजपा के साथ समझौता (पैचअप) कर सकते थे, लेकिन यह हमारे लोकाचार में नहीं है, जब मैं मुख्यमंत्री था तो मैं सभी असंतुष्ट विधायकों को एक कमरे में रख सकता था, लेकिन वे पहले ही असंतुष्ट थे। उन्हें कमरे में रखने का क्या मतलब था।”
“यह बहुत दुखद है जब पुराने वफादार पार्टी छोड़ देते हैं। उद्धव ठाकरे ने नगरसेवकों को चेतावनी भी दी कि यदि आपमें से कोई आज पार्टी छोड़ना चाहता है।
उद्धव ठाकरे ने यह भी स्पष्ट किया कि कई वर्षों तक पार्टी के लिए अपना खून बहाने वाले वफादार सैनिकों ने अब तक एमएनएस के साथ गठबंधन नहीं किया है क्योंकि वे उन्हें नाराज नहीं करना चाहते हैं। लोकसभा क्षेत्र की समीक्षा बैठक में उद्धव ठाकरे ने सुझाव दिया कि कार्यकर्ताओं को मंत्री संजय राठौड़ और भावना गवली का सफाया करने के लिए लोकसभा-विधानसभा चुनाव की तैयारी करनी चाहिए|
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