उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने विधान परिषद में आश्वासन दिया कि सरकार ऐसे बेघर और नागरिकों को वापस लाने का काम करेगी जो मुंबई छोड़ चुके हैं और उन्हें वापस मुंबई लाएंगे।यह जानकारी उन्होंने विधायक प्रवीण दरेकर द्वारा उठाए गए मुद्दे पर चर्चा के दौरान दी| बता दें कि डेवलपर्स द्वारा आंशिक रूप से छोड़ी गई और रुकी हुई खतरनाक इमारतों के कारण मुंबईवासी मुंबई से बाहर चले गए हैं।
एकनाथ शिंदे ने कहा कि सरकार ने एमएसआरडीसी, एमआईडीसी, बीएमसी, म्हाडा, एसआरए, सिडको की सभी प्रणालियों के समन्वय से रुकी हुई और खतरनाक इमारतों के पुनर्विकास की योजना बनाई है। पहले चरण में 2 लाख घर पूरे किये जायेंगे|
भाग लेने वाले संस्थानों को प्रत्येक को पूरा करने के लिए दो से तीन परियोजनाएं दी जाएंगी। स्व-विकास के माध्यम से प्रोत्साहन देने से रुके हुए प्रोजेक्ट पूरे होंगे। ऐसी योजना प्रायोगिक तौर पर ठाणे शहर में सिडको और ठाणे नगर निगम के माध्यम से लागू की जा रही है।
पुलिस कानून-व्यवस्था बनाए रखने और यह सुनिश्चित करने के लिए सड़कों पर है कि त्योहार खुशी और शांति से संपन्न हो। गर्मी, बारिश, हवा की परवाह किये बिना पुलिस अपना कर्तव्य निभा रही है| पुलिस को घर-परिवार की चिंता नहीं करनी चाहिए, इसके लिए सरकार काम कर रही है, सरकार पुलिस आवासों को लेकर सकारात्मक है| इस मौके पर एकनाथ शिंदे ने यह भी कहा कि दूरदराज के इलाकों में स्थित पुलिस कॉलोनियों का विकास किया जाएगा|
कोंकण विकास प्राधिकरण की स्थापना: उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने आगे कहा कि कोंकण के विकास के लिए कोंकण विकास प्राधिकरण की स्थापना की गई है| इस प्राधिकरण को धनराशि उपलब्ध करायी जा रही है। कोंकण से बहने वाले 65 टीएमसी पानी का उपयोग करने के लिए छोटे और बड़े बांध बनाए जाएंगे।
कोंकण में जल संरक्षण कार्यों से पानी रोककर किसानों को सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध कराया जाएगा। समुद्री तट पर सड़क का काम तेजी से चल रहा है। कोंकण में 8 पुलों को मंजूरी दी गई है। साथ ही, सरकार मुंबई से सिंधुदुर्ग तक पहुंच नियंत्रित हरित राजमार्ग का प्रबंधन करने जा रही है। इससे निश्चित रूप से कोंकण में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
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