मुंबई के मझगांव से शिवसेना से विधायक रह चुके छगन भुजबल ने राष्ट्रवादी पार्टी में शामिल होने के बाद येवला से चुनाव लड़ा था| वह शिवसेना छोड़कर आये थे| वहां उनका सामना एक शिवसेना नेता से हुआ| वहां चार बार विधायक रहने के बाद अब छगन भुजबल एनसीपी में विभाजन के दौरान शरद पवार से अलग हो गए|
इसलिए, शरद पवार ने कल (8 जुलाई) येवला के सभी निवासियों से माफी मांगी। “मेरा अनुमान बहुत गलत नहीं है, लेकिन यहां मेरा अनुमान गलत था| आपने मेरे विचार का समर्थन किया| हालांकि, मेरे फैसले के कारण आपको नुकसान उठाना पड़ा”, शरद पवार ने कहा। शरद पवार के सार्वजनिक सभा में माफी मांगने के बाद अब छगन भुजबल ने तीखी प्रतिक्रिया दी है|
छगन भुजबल येवला कैसे आए?: “मेरा येवला से कोई खास संबंध नहीं था। एक बार मैं शिवसेना की शाखा के उद्घाटन में गया था| उसके बाद मैं एनसीपी उम्मीदवार के लिए प्रचार करने गया| येवला के निवासियों ने एक मुद्दा उठाया। हमारे तालुका में सूखा है, लेकिन विकास नहीं हुआ है| विकास के लिए हमें आपकी जरूरत है| येवला निवासियों की बात सुनने के बाद मैंने पवार से कहा कि जुन्नर का अच्छा विकास हुआ है। मुझे काम करने का मौका दिया गया है|
इसलिए मैंने स्वयं इसके लिए कहा, यह मुझे नहीं दिया गया। येवला में शिवसेना के उम्मीदवार थे|जोखिम था, लेकिन, संघर्ष हुआ, वहां की जनता ने प्यार दिया और चुना” छगन भुजबल ने नासिक में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूरी प्रक्रिया बताई| शरद पवार ने येवला में एक सार्वजनिक बैठक की। इस मुलाकात से उन्होंने छगन भुजबल पर निशाना साधा| छगन भुजबल ने आज शरद पवार के सभी आरोपों का खंडन किया|
“येवला के लोगों ने एक बार नहीं, बल्कि चार बार चुना। हम किसी को एक बार चुनते हैं,लेकिन कोई चीज़ चार बार तभी चुनी जाती है जब उसमें प्यार हो, लेकिन शरद पवार ने कहा कि 20 साल पहले गलत उम्मीदवार दिया गया था| प्रशासनिक परिसर के उद्घाटन में उन्होंने कहा कि बारामती के बाद अगर किसी ने विकास किया है, लेकिन अब उन्होंने माफी मांगी”, छगन भुजबल ने कहा|
“अगर लोग आने के लिए आपको धन्यवाद देते हैं, तो मत जाइए। इसलिए माफ़ी मांगने का कोई कारण नहीं है| भुजबल ने बताया, “भुजबल ने ऐसा कुछ नहीं किया है, जिससे आपका नाम खराब हो और माफी मांगने की स्थिति पैदा हो।”
इसलिए उन्हें शिंदे की कैबिनेट में जगह मिलने की उम्मीद थी| वह एक साल से कैबिनेट विस्तार का इंतजार कर रहे थे| विस्तार तो हुआ लेकिन एनसीपी के लिए जिससे शिंदे के समर्थक नाराज हो गए| अब फिर कहा जा रहा है कि जल्द ही कैबिनेट का विस्तार होगा| इस पर प्रतिक्रिया देते हुए जायसवाल ने कहा, ‘हमें सिर्फ तारीख पर तारीख दी जा रही है|‘
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