पिछले कुछ दिनों से महाराष्ट्र और कर्नाटक के बीच सीमा पर कुछ गांवों पर दावा करने को लेकर चल रहा विवाद एक बार फिर भड़क उठा है| विवाद तब बढ़ गया जब यह सामने आया कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने सांगली के जाट तालुका में 40 गांवों पर दावा करने की तैयारी शुरू कर दी है।
एक घटना सामने आई है कि सोमवार को सीमा क्षेत्र में कुछ मराठी भाषियों के साथ मारपीट की गई। इस पृष्ठभूमि के खिलाफ, महाराष्ट्र और कर्नाटक दोनों राज्यों में राजनीतिक नेताओं द्वारा आरोपों और खंडन शुरू किए गए थे, और इसके नतीजे देश की संसद में भी देखे गए थे।
संसद का शीतकालीन सत्र आज से शुरू हो गया है| इस सत्र में देश के अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों के साथ-साथ महाराष्ट्र-कर्नाटक सीमा मुद्दे पर भी चर्चा होने की उम्मीद थी। इसी के चलते सत्र के पहले ही दिन इस सवाल को लेकर संसद में हंगामा देखने को मिला| लोकसभा में एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले ने इस मुद्दे को लेकर सत्तारूढ़ भाजपा पर हमला बोला| उन्होंने इस संबंध में अपना पक्ष रखते हुए अमित शाह से इस मामले में अपनी स्थिति स्पष्ट करने की मांग भी की है|
“पिछले 10 दिनों से महाराष्ट्र में एक नया सवाल खड़ा हो गया है। कर्नाटक राज्य के मुख्यमंत्री कुछ भी बोल रहे हैं। कल हद कर दी गयी, जब महाराष्ट्र के लोग कर्नाटक सीमा पर जा रहे थे। उस समय उन्हें पीटा गया। महाराष्ट्र के खिलाफ पिछले 10 दिनों से साजिश रची जा रही थी|
सुप्रिया सुले ने इस अवसर पर कहा कि दोनों राज्यों में भाजपा सत्ता में है| हालांकि कर्नाटक के मुख्यमंत्री महाराष्ट्र के खिलाफ बोलते हैं। महाराष्ट्र के लोगों को कल पीटा गया। यह काम नहीं करेगा। यह देश एक है। मैं अमित शाह से इस पर कुछ कहने का अनुरोध करूंगी|”
मुंबई: कुर्ला, सीएसएमटी और दादर रेलवे स्टेशनों पर हमले की धमकी !