महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री और एनसीपी नेता अनिल देशमुख ने अब दावा किया है कि अगर मैंने दो साल पहले भाजपा में शामिल होने का प्रस्ताव स्वीकार कर लिया होता तो महाविकास अघाड़ी सरकार दो साल पहले गिर गई होती। शिवसेना में लंबवत विभाजन के कारण महाविकास अघाड़ी सरकार गिर गई। लेकिन अब यह दावा अनिल देशमुख से किया गया है। इसलिए इस दावे की भी चर्चा हो रही है। संजय राउत ने यह भी कहा कि अनिल देशमुख सही कह रहे हैं, मैं वह सब टाइप जानता हूं।
क्या कहा है अनिल देशमुख ने?: दो साल पहले मेरे पास कुछ प्रपोजल आए थे। अगर मैंने समझौता किया होता, तो मुझ पर मुकदमा नहीं चलाया जाता। लेकिन महाविकास अघाड़ी सरकार दो साल पहले गिर जाती। मैंने सारे कष्ट सहे। मैं किसी पर किसी तरह का झूठा आरोप नहीं लगाऊंगा। मैंने समझौता करने से इनकार कर दिया।
संजय राउत ने अनिल देशमुख के बारे में क्या कहा है?: “मुझे पता है कि अनिल देशमुख को क्या ऑफर किया गया था और वह किस दबाव में थे। उनके पास इसके सबूत और वीडियो क्लिप हैं। अनिल देशमुख से कौन मिला? उन्हें किसने ऑफर किया? उनसे किसने बात की? आप कौन से हस्ताक्षर प्राप्त करना चाहते हैं? किस पर आरोप लगाने का दबाव था? उन्हें यह सारी जानकारी थी। उन्होंने शरद पवार को कुछ सबूत भी दिखाए थे। यह कहते हुए संजय राउत ने अनिल देशमुख के बयान पर मुहर लगा दी है|
तमिलनाडु से आए विद्वान PM मोदी को सौंपेंगे सेंगोल, नए संसद में होगा स्थापित