मराठा आरक्षण की मांग को लेकर मनोज जारांगे-पाटिल के नेतृत्व में लाखों यात्री राजधानी मुंबई की ओर मार्च कर रहे हैं| मनोज जरांगे-पाटिल 26 जनवरी से आजाद मैदान में विरोध प्रदर्शन करेंगे|लेकिन, मुंबई पुलिस ने आज़ाद मैदान में प्रदर्शन की इजाज़त देने से इनकार कर दिया है|पुलिस ने विरोध प्रदर्शन के लिए खारघर में एक मैदान का सुझाव दिया है।
लाखों की संख्या में मार्च करने वाले लोग गाड़ियों के साथ मुंबई आएंगे|इससे मुंबई में रोजमर्रा की जिंदगी बाधित हो सकती है और कानून-व्यवस्था की समस्या पैदा हो सकती है| इस पृष्ठभूमि में, पुलिस ने मनोज जरांगे-पाटिल को आज़ाद मैदान में विरोध प्रदर्शन की अनुमति देने से इनकार कर दिया है।पुलिस ने आयोजकों को नवी मुंबई के खारगर स्थित सेंट्रल पार्क में इंटरनेशनल ग्राउंड का विकल्प सुझाया है।
“जितना मुंबई को नुकसान हो रहा है, उतना ही हमें भी हो रहा है”: आज़ाद मैदान में मंच खड़ा होने पर मनोज जरांगे-पाटिल की प्रतिक्रिया। उन्होंने कहा, ”मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से कोई बातचीत नहीं हुई। हम समाधान ढूंढना चाहते हैं| मैं मुंबई मौज-मस्ती करने नहीं आया था| जितना मुंबई को भुगतना पड़ रहा है, उतना ही हमें भी भुगतना पड़ रहा है।’ जरांगे मनोज पाटिल ने कहा कि यह सरकार के हाथ में है कि वह उन दोनों को पीड़ित न होने दे।
“हमें मुंबई आने की कोई इच्छा नहीं है”: मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री अजित पवार स्वयं चर्चा में आएं, यह मेरा अनुरोध है। हमें मुंबई आने की कोई इच्छा नहीं है,नहीं तो हम मुंबई की ओर जा रहे हैं।’ मनोज जरांगे-पाटिल ने कहा कि तीनों को इसका समाधान निकालना चाहिए|
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