कांग्रेस नेता राहुल गांधी के “भारत जोड़ो” यात्रा के दौरान, जब उनकी यात्रा महाराष्ट्र से गुजर रही थी तो वे स्वतंत्र वीर सावरकर को लेकर अपमानजनक टिप्पणी की थी| इसके बाद अभी हाल में उन्होंने फिर से स्वतंत्र वीर सावरकर को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की है|
बता दें कि एक समाज के खिलाफ दिए गए बयान मामले में गुजरात की कोर्ट ने दो वर्ष की सजा सुनाई है|इससे पहले उनसे कहा कि यदि वे अपने बयान पर माफ़ी मांगते उनकी सजा को माफ़ कर देंगे, लेकिन कांग्रेसी नेता राहुल गांधी कोर्ट से माफ़ी तो मांगा नहीं अपितु एक और बवाल खड़ा कर दिया| उनके द्वारा इस बीच यह कहा गया कि मैं सावरकर नहीं हूँ कि माफ़ी मांगू|
राहुल के इस बयान पर महाराष्ट्र की राजनीति में भूचाल सा आ गया है|वे बार-बार स्वतंत्र वीर सावरकर को लेकर आपत्तिजनक व अपमानजनक टिप्पणी करते आ रहे है|उनकी ओछी मानसिकता और निम्नस्तर की राजनीति राज्य से कड़ी प्रतिक्रियायें भी आ रही है|राहुल गांधी के विनायक दामोदर सावरकर को लेकर दिए गए बयान को लेकर एक तरफ जहां भाजपा उनके इस बयान को लेकर राहुल गांधी पर हमलावर है वहीं महाविकास अघाड़ी में शामिल शिवसेना के नेताओं ने भी राहुल को उनके इस बयान को लेकर हिदायत दी है|
इस बीच सावरकर के पोते रंजीत सावरकर ने भी राहुल गांधी के बयान को निंदनीय बताया है| रंजीत सावरकर ने कहा कि राहुल गांधी कह रहे हैं कि वह माफी नहीं मांगेंगे क्योंकि वह सावरकर नहीं है| मैं उन्हें चुनौती देता हूं कि वे ऐसे दस्तावेज दिखाएं जिनमें सावरकर ने माफी मांगी हो|इसके उलट वह दो बार सुप्रीम कोर्ट से माफी मांग चुके हैं| उन्होंने कहा कि राहुल गांधी जो कुछ भी कह रहे हैं वह बचकाना है| राजनीति को बढ़ावा देने के लिए देशभक्तों के नाम का इस्तेमाल निंदनीय है|
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