राज्य में उद्धव ठाकरे और शिंदे गुट के बीच विवाद चल रहा है तो सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई पर पूरे देश की नजर है| शिवसेना के सिंबल ‘धनुष-बाण’ को लेकर चुनाव आयोग के सामने दोनों गुट आमने-सामने हैं और पार्टी का चुनाव चिह्न हासिल करने की जद्दोजहद जारी है| इस बीच उद्धव ठाकरे समूह को एक बड़ी राहत मिली है। शिवसेना को विधान परिषद में आधिकारिक विपक्षी दल के रूप में मान्यता दी गई है।
महाराष्ट्र विधानमंडल सचिवालय ने इस संबंध में एक अधिसूचना जारी की है। विधान परिषद के प्रधान सचिव राजेंद्र भागवत के अनुसार, शिवसेना पार्टी को महाराष्ट्र विधान परिषद में आधिकारिक विपक्षी दल के रूप में मान्यता दी गई है। साथ ही शिवसेना के औरंगाबाद से विधायक अंबादास दानवे को नेता प्रतिपक्ष बनाया गया है|
राज्य में सत्ता परिवर्तन के बाद विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष का पद खाली पड़ा हुआ था। एनसीपी नेता अजीत पवार ने विधानसभा में विपक्ष के नेता का पद का भार संभाला है।