‘अगर चरित्र की बात करें…’, प्रियंका चतुर्वेदी की आलोचना पर संजय शिरसाट का बयान​!

विधानमंडल के मानसून सत्र के चलते दोनों पक्ष दावे-प्रतिदावे की राजनीति में आक्रामक हो गए हैं| शिंदे विधायक संजय शिरसाट के रविवार शाम प्रियंका चतुर्वेदी और आदित्य ठाकरे को लेकर दिए गए बयान से सियासी माहौल गरमा गया है|

‘अगर चरित्र की बात करें…’, प्रियंका चतुर्वेदी की आलोचना पर संजय शिरसाट का बयान​!

'If we talk about character...', Sanjay Shirsat's statement on Priyanka Chaturvedi's criticism!

राज्य में अगले साल होने वाले विधानसभा और लोकसभा चुनाव की पृष्ठभूमि में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति देखने को मिल सकती है| इसमें देखा जा रहा है कि विधानमंडल के मानसून सत्र के चलते दोनों पक्ष दावे-प्रतिदावे की राजनीति में आक्रामक हो गए हैं| शिंदे विधायक संजय शिरसाट के रविवार शाम प्रियंका चतुर्वेदी और आदित्य ठाकरे को लेकर दिए गए बयान से सियासी माहौल गरमा गया है| संजय शिरसाट ने चतुर्वेदी द्वारा की गई आलोचना का जवाब दिया है| 

संजय शिरसाट ने क्या कहा?: संजय शिरसाट ने मीडिया से बात करते हुए आदित्य ठाकरे और प्रियंका चतुर्वेदी का जिक्र किया। ”प्रियंका चतुवेर्दी ने ठाणे की एक सभा में अपने भाषण में कहा था कि गद्दारों को कोई माफी नहीं है| प्रियंका चतुवेर्दी असल में कांग्रेस की प्रवक्ता थीं| वहां से वह शिवसेना में शामिल हो गए। उस समय हमारे वरिष्ठ नेता चंद्रकांत खैरे ने बहुत ही भयानक बयान दिया था| संजय शिरसाट ने कहा, उन्होंने कहा था कि आदित्य ठाकरे ने प्रियंका चतुर्वेदी की खूबसूरती देखकर उन्हें राज्यसभा सांसद बनाया।

इस बीच शिरसाट के बयान पर प्रियंका चतुर्वेदी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है| “मैं किसी चरित्रहीन व्यक्ति को कोई जवाब नहीं देना चाहता. मुझे जो कहना था मैंने ट्विटर पर कह दिया. तो फिर मुझे ऐसे चरित्रहीन व्यक्ति के बारे में बोलने की जरूरत नहीं है| इन्हें किसी के भी बारे में बात करने की आदत होती है,जो लोग खुद चरित्रहीन होते हैं, वे दूसरों के चरित्र पर सवाल उठाते हैं।”
संजय शिरसाट ने दिया जवाब: इस बीच, प्रियंका चतुर्वेदी की आलोचना पर बात करते हुए संजय शिरसाट ने कहा कि यह उनका बयान नहीं है|“प्रियंका चतुर्वेदी को चरित्र की कमी के बारे में गपशप नहीं फैलानी चाहिए। हाथ जोड़कर विनती है| चरित्र चित्रण करने बैठेंगे तो बात लम्बी हो जायेगी। मैंने उन पर कोई आरोप नहीं लगाया है| यह आरोप चंद्रकांत खैर ने लगाया था”।
संजय शिरसाट ने कहा,“जब चंद्रकांत खैरे लोकसभा में हार गए, तो उद्धव ठाकरे ने कहा था कि उनका पुनर्वास किया जाना चाहिए। हम खुद चंद्रकांत खैर के साथ उद्धव ठाकरे के पास गए| हमने कहा उनके लिए कुछ करो|  उद्धव ठाकरे ने कहा था कि हम उनका पुनर्वास जरूर करेंगे| जब लोकसभा और विधान परिषद की सीटें आईं तो हमने खुद खैर को बधाई दी और कहा कि अब आप एमपी के उम्मीदवार हैं| यही संकेत उन्हें भी दिया गया. लेकिन हम नहीं जानते कि उस समय आदित्य ठाकरे ने क्या किया”|  ‘तो ये बयान चंद्रकांत खैर ने दिया है| मुझे नहीं पता कि तुमने मेरे चेहरे पर क्यों मारा”, यह बात शिरसाट ने कहा।
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