पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मांग की थी कि महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार समारोह के बाद लू लगने से 14 लोगों की मौत के मामले में मुख्यमंत्री के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया जाना चाहिए| इस बारे में बात करते हुए राज ठाकरे ने उद्धव ठाकरे की आलोचना करते हुए कहा था कि कोरोना काल में भी ढिलाई बरती गई| इस बीच अब संजय राउत ने राज ठाकरे को जवाब दिया है। मुंबई में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने इस संबंध में प्रतिक्रिया दी|
क्या कहा संजय राउत ने?: भारतीय जनता पार्टी ने कुछ तोते पाल रखे हैं| उन्हें बोलने दें। नोटबंदी के समय हजारों लोग कतारों में खड़े होकर मर गए थे। यह एक नृशंस हत्या थी। उस पर भी भाजपा के तोते से बात करें। कोरोना के समय गंगा में हजारों लाशें बह रही थीं। गुजरात में दाह संस्कार के लिए जगह नहीं थी। तब राज ठाकरे को मांग करनी चाहिए कि गुजरात और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्रियों के खिलाफ भी गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया जाए, संजय राउत ने इसका जवाब दिया। उन्होंने यह भी कहा कि राज ठाकरे दुनिया के नेता हैं।
आखिर क्या कहा राज ठाकरे ने?: खारघर की घटना पर बोलते हुए राज ठाकरे ने उद्धव ठाकरे पर निशाना साधा| “कोरोना काल में भी काफी ढिलाई बरती गई है। वहां भी कई मामलों में हम आज गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज कर सकते हैं। इसका राजनीतिकरण मत करो। सुबह का समय नहीं चुना जाना चाहिए था। अप्पासाहेब धर्माधिकारी को सम्मानित किया जाना चाहिए था और उन्हें महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार दिया जाना चाहिए था। यह खुशी की बात है कि अप्पासाहेब धर्माधिकारी को पुरस्कार मिला है। लेकिन जो हुआ वह एक दुर्घटना है। किसी को दुर्घटना की राजनीति नहीं करनी चाहिए।