शिवसेना पार्टी में फूट के बाद उद्धव ठाकरे गुट के कई नेता, पदाधिकारी और कार्यकर्ता शिंदे गुट में शामिल हो गए हैं| ऐसे में आगामी चुनावों की पृष्ठभूमि में उद्धव ठाकरे एक बार फिर पार्टी निर्माण में जुट गए हैं|आज उन्होंने मातोश्री में सायन विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं का मार्गदर्शन किया| इस बार उन्होंने पार्टी छोड़ने वाले नेताओं को भी चेतावनी दी है|
जो लोग अपनी पार्टी छोड़ चुके हैं, उनके लिए अब ‘जय महाराष्ट्र’|अब उनका हमसे रिश्ता टूट गया है|‘ अब एक ही उम्मीद है कि वे पार्टी से गद्दारी न करें|पार्टी विरोधी काम न करें| अन्यथा हमें शिवसैनिकों की तरह देखना पड़ेगा, इन शब्दों में उद्धव ठाकरे ने शिंदे गुट को चेतावनी दी है|
उद्धव ठाकरे ने सायन विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं का मार्गदर्शन करते हुए कहा, ”मैंने आपसे पहले ही कहा था कि जो लोग जाना चाहते हैं, उन्हें जाने दें|एक बात मैंने नोटिस की है कि किसी के पार्टी छोड़ने के बाद हमारा गुस्सा और भी बढ़ता जा रहा है,जीतने के लिए हमारी ईर्ष्या भी बढ़ती जा रही है। पार्टी छोड़ने वालों के अब ‘जय महाराष्ट्र’ बोल रहे हैं|अब उनका हमसे रिश्ता टूट गया है|’
शिंदे गुट को चेतावनी देते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा, ‘मैं अब बस यही उम्मीद करता हूं कि उन्हें (शिंदे गुट) वहां जाकर पार्टी के साथ विश्वासघात न करना पड़े। पार्टी विरोधी गतिविधियां न करें। अन्यथा हमें इसे शिवसैनिकों के रूप में देखना होगा।’ आप सभी किसी भी परिस्थिति में अपनी किलेबंदी बनाए रखने में सक्षम हैं। अब हमारे अंदर जो भक्ति उभर रही है उसे देखकर वे हैरान रह जाएंगे। इतना सब होने के बाद भी शिवसेना खत्म क्यों नहीं हो रही?
आख़िर क्यों खत्म नहीं हुए उद्धव ठाकरे? उनके पास एक प्रश्न होगा| हर बार जब वह आलोचना करते हैं तो उन्हें उद्धव ठाकरे के बारे में बात करनी पड़ती है।’ क्योंकि वे आपसे डरते हैं| इसलिए एक-एक कर हत्या करने के बजाय एक बार चुनाव करा लीजिए|”
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