राज्य में कई पार्टियों ने महायुति या महाविकास अघाड़ी में हिस्सा लिया है, लेकिन, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना जैसी कुछ पार्टियां ऐसी भी हैं, जो गठबंधन या गठबंधन में शामिल नहीं हुई हैं|एक स्थानीय निकाय चुनाव को छोड़कर मनसे अपने दम पर चुनाव लड़ती रही है। लेकिन, कुछ महीने पहले चर्चा थी कि एमएनएस और भाजपा के बीच गठबंधन होगा| हाल ही में उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस ने मनसे प्रमुख राज ठाकरे से दो-तीन बार मुलाकात की। वहीं मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भी राज ठाकरे से मुलाकात की| इसके चलते मनसे-भाजपा गठबंधन की बातें आकार लेने लगीं|
एनसीपी के अजीत पवार समूह ने आधिकारिक तौर पर ग्रैंड अलायंस में प्रवेश किया, जबकि एमएनएस, भाजपा, शिवसेना (शिंदे समूह) गठबंधन की बातचीत चल रही थी। अजित पवार सत्ता में आये| वह अब उपमुख्यमंत्री के रूप में राज्य के प्रभारी हैं, जबकि एनसीपी के आठ विधायक मंत्री बन गए हैं। भले ही भाजपा-शिवसेना के नेतृत्व वाले महागठबंधन के पास बहुमत है, लेकिन भाजपा पार्टी के अभिजात वर्ग ने अजित पवार और उनके समूह को महागठबंधन में शामिल कर लिया है। लिहाजा, मनसे की महागठबंधन में एंट्री की चर्चाएं खत्म हो गई हैं|
इस बीच क्या महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना महागठबंधन में शामिल होगी? इस पर केंद्रीय मंत्री और रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (अठावले गुट) के अध्यक्ष रामदास अठावले ने टिप्पणी की है|अठावले ने आज (24 अगस्त) पंढरपुर का दौरा किया है. पंढरपुर में आरपीआई की एक बैठक आयोजित की गई है| इस मौके पर अठावले ने मीडिया से बातचीत की|
क्या महागठबंधन में शामिल होंगे महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष? ये सवाल पत्रकारों ने अठावले से पूछा| इस पर अठावले ने कहा, यह राज ठाकरे और भाजपा का मुद्दा है| उन्हें खुद तय करना होगा कि वे महागठबंधन में शामिल होना चाहते हैं या नहीं| इस समय स्थानीय मनसे नेता दिलीप (बापू) धोत्रे अठावले के बगल में खड़े थे| रामदास अठावले ने दिलीप धोत्रे की ओर देखते हुए कहा, ‘बापू उसके (मनसे-भाजपा गठबंधन) लिए प्रयास करेंगे|‘
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