महाराष्ट्र कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और कांग्रेस विधायक दल के नेता बालासाहेब थोरात ने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है| बालासाहेब थोरात ने स्पष्ट रूप से पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले के साथ काम करने से इनकार कर दिया है| महाराष्ट्र कांग्रेस में फिलहाल आपसे गुटबाजी चरम पर है|
वही दूसरी ओर महाराष्ट्र कांग्रेस में सब कुछ ठीक नहीं है। पार्टी में अंदरुनी कलह खुलकर सामने आ गई है। कांग्रेस विधायक दल के नेता बालासाहेब थोराट ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले पर सवाल उठाने के अगले दिन ही थोराट ने कांग्रेस को झटका दिया है। हालांकि, पार्टी की ओर से उनकी इस्तीफा अभी स्वीकार नहीं हुआ है।
हालांकि, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने इस तरह के किसी भी घटनाक्रम से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि थोराट से कोई त्याग पत्र नहीं मिला है। जबकि, प्रदेश में महाराष्ट्र कांग्रेस में नाना पटोले के खिलाफ विरोध के स्वर तेजी से उठने के साथ ही महाराष्ट्र कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और कांग्रेस विधायक दल के नेता बालासाहेब थोरात ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है|
इससे पूर्व बालासाहेब थोरात ने पार्टी के आलाकमान को पत्र लिखकर नाना पटोले के खिलाफ शिकायत की थी| उन्होंने पत्र में यह भी लिखा था कि अब पार्टी में नाना पटोले के साथ काम करना मुश्किल हो रहा है|पार्टी की अंदरूनी लड़ाई तब उजागर हुई जब बालासाहेब थोराट के बहनोई और नासिक के तत्कालीन एमएलसी सुधीर तांबे ने कांग्रेस के आधिकारिक उम्मीदवार होने के बावजूद चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया और अपने बेटे सत्यजीत तांबे को निर्दलीय चुनाव मैदान में उतारा|
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