मनसे प्रमुख राज ठाकरे को शरद पवार ने करारा जवाब दिया है कि महाराष्ट्र में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के गठन के बाद से राज्य में जातिवाद की राजनीति शुरू हो गई है। कोल्हापुर में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में, शरद पवार से राज ठाकरे द्वारा एनसीपी के खिलाफ जातिवाद के आरोप के बारे में पूछा गया था। फिर शरद पवार ने राज ठाकरे को ज्यादा तवज्जो नहीं दिया।
इस अवसर पर राज ठाकरे की आलोचना का जवाब देते हुए शरद पवार ने कहा कि हमें यह देखना चाहिए कि एनसीपी के गठन के बाद से कौन से नेता पार्टी का नेतृत्व कर रहे हैं| छगन भुजबल ने शुरुआती दौर में पार्टी का नेतृत्व किया। उसके बाद विभिन्न समुदायों के नेताओं ने एनसीपी का नेतृत्व किया। मूल रूप से हम जातिवाद के बारे में नहीं सोचते हैं।
शरद पवार ने कहा हम शाहू-फुले-अम्बेडकर के विचारों के लोग हैं। इसलिए, हम राज ठाकरे की आलोचना पर ज्यादा ध्यान नहीं देते हैं। देखना होगा कि मनसे प्रमुख राज ठाकरे इस पर क्या कहते हैं। राज ठाकरे आज पुणे में एक कार्यक्रम में शिरकत करने वाले हैं| इस बार वह शरद पवार के बयान का जवाब दे सकते हैं।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हाल ही में गुवाहाटी में बोलते हुए एक घोषणा की थी कि अयोध्या में राम मंदिर का काम 1 जनवरी 2024 तक पूरा कर लिया जाएगा| इसे लेकर शरद पवार ने शाह की चुटकी लेते हुए कहा कि एक पुजारी को घोषणा करनी चाहिए थी कि राम मंदिर का काम कब पूरा होगा।
हालांकि, यह घोषणा देश के गृह मंत्री ने की थी। शरद पवार ने यह भी आरोप लगाया कि अमित शाह ने यह घोषणा केवल आम नागरिकों को हो रही समस्याओं से ध्यान भटकाने के लिए की है|
यह भी पढ़ें-
आव्हाड से इतिहास में नया मोड़, औरंगजेब को मानवतावादी, संजय राउत के झुमके !