रामपुर पहुंचे पूर्व केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी से पत्रकारों द्वारा विपक्षी एकता और महाराष्ट्र घटना पर पूछे गए। पत्रकारों से मुखातिब हुए मुख्तार अब्बास नकवी ने यूनिफॉर्म सिविल कोड की वकालत की। उन्होंने दावा किया कि यूसीसी आने से गरीब, पिछड़ा वर्ग और महिलाओं को लाभ होगा। उन्होंने कहा कि कॉमन सिविल कोड धार्मिक अधिकारों और आस्थाओं पर अतिक्रमण नहीं है।
आगे उन्होंने कहा कि अभी तो विपक्ष के गठबंधन की गठरी में 40 का झोल दिखा है, 2024 में 440 वोल्ट का झटका दिखेगा। नकवी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काम की गिनती ने विपक्ष का गणित बिगाड दिया है, विपक्ष ना उन्हें अकेले हरा सकता है, ना इकट्ठा अखाड़े में गिरा सकता है।
यूसीसी पर पत्रकारों द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब में नकवी ने कहा कि कामन सिविल कोड पर कांग्रेस और कुछ विपक्ष के अंतर्विरोध का उनके ही सदस्य अन्तरात्मा की आवाज से अंत करेंगे। उन्होंने कहा कि यह समावेशी, संवैधानिक सुधार किसी मजहबी आस्था पर अतिक्रमण नहीं बल्कि मानवीय मूल्यों की सुरक्षा, सशक्तिकरण सुनिश्चित करेगा।
उन्होंने कहा कि शासन से शासक और सुशासन से शख्सियत बनती है, इस बात को मोदी ने साबित किया है। पॉलिसी पैरालिसिस की परंपरा को मोदी ने रिफॉर्म, परफॉर्म, ट्रांसफॉर्म के परिणाम” से खत्म किया है। नकवी ने कहा कि मोदी साम्प्रदायिक वोटों की ठेकेदारी को समावेशी विकास की हिस्सेदारी से ध्वस्त कर धर्म, जाति, क्षेत्र की संकीर्ण सियासी संस्कृति को हाशिए पर लाए हैं।
बीजेपी नेता ने कहा कि यूसीसी का विरोध करने वाले सियासी दुकान चला रहे हैं। संविधान सभा से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक समान नागरिक कानून के पक्ष में है। उन्होंने कहा कि 7 दशकों से कारागार में कैद कॉमन कोड की रिहाई का समय आ गया है। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि नमाज पढ़ने, पूजा करने, चर्च-गुरुद्वारे में जाने या धार्मिक आस्थाओं को प्रदर्शित करने पर कोई बंदिश नहीं है। कॉमन सिविल कोड सभी धर्मों के लिए है। विरोधी यूसीसी की आड़ में भय और भ्रम पैदा करना चाहते हैं।
शंकरपुर स्थित अपने आवास पर पूर्व केंद्रीय मंत्री ने प्रमुख पदाधिकारियों के साथ बैठक की और कहा कि मोदी सरकार के 9 वर्ष सुशासन, समृद्धि और समावेशी सशक्तिकरण से भरपूर है, कार्यकर्ता इन उपलब्धियों को लेकर लोगों के बीच में जाएं। इस अवसर पर भाजपा जिला अध्यक्ष अभय गुप्ता, जिला पंचायत अध्यक्ष ख्याली राम लोधी, राकेश मिश्रा, जागेश्वर दयाल दीक्षित, कपिल आर्या, राजीव मांगलिक, खलील अहमद, रियासत अली, वसीम खान, सोनू लोधी, आकिल, बशीर अहमद, संजय चंद्रा, समर सिंह चौहान, महा सिंह राजपूत, योगेंद्र चौहान, राजकुमार गुप्ता आदि उपस्थित रहे।
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