Mumbai: पुराने शिवसैनिकों को रास नहीं आ रही कांग्रेस-एनसीपी से दोस्ती

पूर्व मंत्री गीते ने कहा: पवार नहीं हो सकते हमारे गुरु

Mumbai: पुराने शिवसैनिकों को रास नहीं आ रही कांग्रेस-एनसीपी से दोस्ती

file foto

मुंबई। सत्ता के लोभ में विचारधारा को तिलांजलि देकर शिवसेना भले कांग्रेस-एनसीपी जैसे दलों से दोस्ती की है पर यह बात पार्टी के पुराने नेताओं को रास नहीं आ रही। शिवसेना के वरिष्ठ नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री अनंत गीते ने एनसीपी प्रमुख शरद पवार पर हमला बोलते हुए कहा कि जिन्होंने अपनी पार्टी बनाने के लिए कांग्रेस की पीठ में छुरा घोंपा था, वह शिवसैनिकों के लिए ‘गुरु’ नहीं हो सकते।

उन्होंने यह भी कहा कि शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस की त्रिपक्षीय महाविकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार सिर्फ एक समझौता है। अपने गृह क्षेत्र रायगढ़ में एक जनसभा को संबोधित करते हुए गीते ने कहा कि शरद पवार कभी हमारे नेता नहीं हो सकते क्योंकि यह सरकार केवल एक समायोजन है। लोग पवार के लिए जितनी वाहवाही करते हैं, करें, लेकिन हमारे  गुरु दिवंगत बालासाहेब ठाकरे ही हैं। गीते ने कहा कि जब तक यह सरकार चल रही है, तब तक चलती रहेगी..अगर हम अलग हो गए तो हमारा घर शिवसेना है और हम हमेशा अपनी पार्टी के साथ रहेंगे।

रायगढ़ के पूर्व सांसद गीते ने यह भी कहा कि पवार ने कांग्रेस की पीठ में छुरा घोंपकर अपनी पार्टी बनाई थी। यदि कांग्रेस और राकांपा एक नहीं हो सकते हैं, तो शिवसेना भी पूरी तरह से कांग्रेस की नीति पर नहीं चल सकती। शिवसेना नेता ने कहा कि कांग्रेस और राकांपा के रिश्ते हमेशा सौहार्दपूर्ण नहीं रहे।

Exit mobile version