राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के महासचिव मोहन भागवत अपने एक बयान को लेकर सुर्खियों में आ गए हैं|एक कार्यक्रम में बोलते हुए भागवत ने राय व्यक्त की है कि दो या तीन से कम बच्चे पैदा होने पर समाज जीवित नहीं रहेगा|उनका यह बयान इस वक्त काफी चर्चा में है और एमआईएम पार्टी के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने इस पर प्रतिक्रिया दी है|मोहन भागवत के बयान को लेकर ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी आलोचना की है|
आधुनिक जनसांख्यिकी कहती है कि यदि जनसंख्या वृद्धि दर 2.1 से नीचे गिर जाती है, तो समाज तब तक नष्ट हो जाएगा जब तक कोई संकट न हो। मोहन भागवत ने कहा था कि कई भाषाएं और समाज नष्ट हो गए हैं|
मोहन भागवत ने क्या कहा?: नागपुर से बी.आर.ए. मुंडले स्कूल सभागार में रविवार को कथले कुल सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस मौके पर मोहन भागवत ने कहा, ”यह चिंता की बात है कि जनसंख्या कम हो रही है| क्योंकि आधुनिक जनसांख्यिकी कहती है, यदि यह 2.1 से नीचे जाने लगे तो वह समाज नष्ट हो जायेगा। ऐसा नहीं कि कोई उसे मार डाले, भले ही उसे कोई कष्ट न हो, वह नष्ट हो जाता है, आगे नहीं बढ़ता।
मोहन भागवत ने कहा कई भाषाएँ और समाज नष्ट हो गये। तो 2.1 से नीचे नहीं गिरना चाहिए| जब हमारे देश की जनसंख्या नीति तय की गई तो यह भी कहा गया कि यह 2.1 से नीचे नहीं होनी चाहिए। लेकिन शास्त्र कहते हैं कि 0.1 होने पर मनुष्य का जन्म नहीं होता है, इसका मतलब है कि 2 से अधिक या कम से कम 3 की आवश्यकता है”।
असदुद्दीन ओवैसी की प्रतिक्रिया: भागवत के बयान के बाद असदुद्दीन ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की आलोचना की है|ओवेसी ने कहा, ”उन्हें नरेंद्र मोदी को यह सिखाने की जरूरत है|लोकसभा चुनाव में किसने कहा था कि मुस्लिम महिलाएं ज्यादा बच्चे पैदा करती हैं|
अपने भाषण में प्रधानमंत्री ने कहा कि हिंदू महिलाओं के गले से मंगलसूत्र उतारकर उन महिलाओं को दे दिया जाएगा जो ज्यादा बच्चे पैदा करेंगी। अब मोहन भागवत कह रहे हैं कि ज्यादा बच्चे पैदा करो| आरएसएस के लोगों को शादी करनी शुरू कर देनी चाहिए|
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