प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार (29 जुलाई) को लोकसभा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के ‘ऑपरेशन महादेव’ और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर दिए गए भाषण की सराहना करते हुए उसे असाधारण करार दिया। पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट करते हुए लिखा, “लोकसभा की अपनी महत्वपूर्ण स्पीच में गृह मंत्री अमित शाह जी ने ऑपरेशन सिंदूर और ऑपरेशन महादेव को लेकर पूरे विस्तार से जानकारी साझा की है। आतंक के खिलाफ इन अभियानों ने कायर आतंकियों के सफाए में काफी अहम भूमिका निभाई है। अपने संबोधन में उन्होंने देश की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हमारी सरकार के प्रयासों पर भी पूरी गंभीरता से अपनी बात रखी है।”
अमित शाह ने लोकसभा में बताया कि 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले, जिसमें 26 निर्दोष नागरिक मारे गए थे, के तुरंत बाद इस ऑपरेशन की योजना शुरू कर दी गई थी। यह एक संयुक्त अभियान था जिसमें भारतीय सेना, सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने मिलकर कार्रवाई की। 29 जुलाई को हुए इस ऑपरेशन में तीन आतंकवादी मारे गए, जिनमें प्रमुख लश्कर-ए-तैयबा कमांडर सुलैमान और उसके साथी अफगान व जिब्रान शामिल थे। शाह ने बताया कि आतंकियों की सटीक पहचान के लिए मानव स्रोतों और चश्मदीदों की मदद ली गई जिन्होंने पहलगाम हमले के समय इन आतंकियों को देखा था।
लोकसभा की अपनी महत्वपूर्ण स्पीच में गृह मंत्री अमित शाह जी ने ऑपरेशन सिंदूर और ऑपरेशन महादेव को लेकर पूरे विस्तार से जानकारी साझा की है। आतंक के खिलाफ इन अभियानों ने कायर आतंकियों के सफाए में काफी अहम भूमिका निभाई है। अपने संबोधन में उन्होंने देश की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए… https://t.co/FQ7cCNl4nO
— Narendra Modi (@narendramodi) July 29, 2025
गृह मंत्री ने यह भी खुलासा किया कि चीनी अल्ट्रा-एनक्रिप्टेड कम्युनिकेशन डिवाइस के सक्रिय होने से आतंकियों की लोकेशन का पता चला। 22 जुलाई को मिले संकेतों के आधार पर भारतीय सेना की 4 पैरा यूनिट, आईबी, सीआरपीएफ और जेके पुलिस ने मिलकर दाचिगम जंगल में इन्हें घेर कर मुठभेड़ में ढेर किया। चंडीगढ़ फॉरेंसिक लैब में हुए बैलिस्टिक टेस्ट में पुष्टि हुई कि आतंकियों से बरामद हथियार—एक M9 कारबाइन और दो AK-47 रायफलें—वही थीं जिनसे बेसरन घाटी में 22 अप्रैल को हमला हुआ था।
शाह ने लोकसभा को यह भी याद दिलाया कि इससे पहले 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित 9 आतंकी ठिकानों पर सर्जिकल स्ट्राइक की गई थी। इन कार्रवाइयों से पाकिस्तान के आतंकी नेटवर्क को गहरी चोट पहुंची।
ऑपरेशन महादेव के बाद पहलगाम हमले के पीड़ितों के परिजनों ने सेना और सरकार की सराहना की। हादसे में मारे गए नौसेना अधिकारी लेफ्टिनेंट विनय नरवाल के पिता राजेश नरवाल ने कहा, “हमारी सेना और जवानों ने जान की परवाह किए बिना इन आतंकियों को मार गिराया, उन्हें सलाम है। ऐसे जांबाजों को सम्मानित किया जाना चाहिए।”
प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह दोनों के संबोधनों से स्पष्ट है कि सरकार आतंकवाद के खिलाफ किसी भी स्तर पर समझौता नहीं करेगी। ‘ऑपरेशन महादेव’ और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने भारत की सुरक्षा नीति में निर्णायक परिवर्तन का संकेत दिया है और साथ ही यह भी दिखाया है कि आतंक का जवाब अब सटीक, सख्त और समय पर मिलेगा।
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