राजू पाल के हत्या का मुख्य गवाह उमेश पाल की हत्या के बाद उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने सदन में कहा था कि इस मामले में शामिल लोगों को मिट्टी में मिला देंगे। इसके बाद सपा के मुखिया अखिलेश यादव ने सवाल उठाया था कि आखिर सीएम योगी किसे मिट्टी में मिलाने की बात कर हैं। इस दौरान सीएम योगी ने यह भी कहा था कि जो इस मामले में शामिल है। उस व्यक्ति को सपा ने मान सम्मान और विधायक से लेकर सांसद तक बनाने में मदद की। अब इस मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। बताया जा रहा है कि उमेश पाल को मारने के लिए इलाहाबाद विश्वविद्यालय एक मुस्लिम हॉस्टल में प्लान बना है।
सदाकत खान से पूछताछ: कहा जा रहा है कि उमेश पाल की इस हत्या का मास्टरमाइंड सदाकत खान है। जिसका सपा के मुखिया अखिलेश यादव के साथ एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। सदाकत खान एलएलबी का छात्र है। इतना ही नहीं, सदाकत खान अतीक अहमद का भी करीबी है। ऐसे में कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं। इस मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। यूपी पुलिस की स्पेशल टॉस्क फ़ोर्स ने सदाकत खान से पूछताछ के बाद और भी कई बड़े खुलासे हो सकते हैं। सोमवार को पुलिस ने एक एनकाउंटर में शूटरों के ड्राइवर को कल मार गिराया था।
एनकाउंटर में अरबाज को मार डाला: बताया जाता है कि यह अतीक के बेटे का ड्राइवर था। इस ड्राइवर का नाम अरबाज बताया जा रहा है। जिसका कल यानी सोमवार को नेहरू पार्क के जंगल में एनकाउंटर के दौरान यूपी पुलिस ने मार डाला। सबसे बड़ी बात यह है कि शूटरों ने जिस कार का इस्तेमाल किया था उस कार को अरबाज ने ड्राइविंग की थी। जबकि, उसके दो से तीन साथी भागने में कामयाब हो गए।पुलिस अधिकारी ने बताया कि अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है।
हत्या की साजिश रची थी: वहीं, बताया जा रहा है कि उमेश पाल की हत्या अतीक अहमद के इशारे पर हुई है। फिलहाल, अतीक अहमद गुजरात की साबरमती जेल में बंद है। कहा जा रहा है कि उमेश पाल की हत्या से पहले दो लोग साबरमती जेल में अतीक अहमद से मिले थे। इसके बाद शूटरों ने उमेश पाल की हत्या की साजिश रची थी। बताया जा रहा है कि मिलने पहुंचे शख्स को अतीक ने अपने भाई अशरफ से भी मिलने को कहा था। जो बरेली की जेल में बंद है। इसके बाद आरोपी शख्स जब अशरफ से मिलने के बाद ही उमेश पाल की हत्या की साजिश और शूटरों का नाम तय किया गया।
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