महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर जोरदार हमला करते हुए कहा है कि वह पहले से ही आगामी बिहार चुनावों में संभावित हार का बहाना तैयार कर रहे हैं। नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के सोशल मीडिया अकाउंट से लिखे गए लेख के जवाब में आया है, जिसमें उन्होंने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 को लेकर धांधली के आरोप लगाए थे।
फडणवीस ने अपने जवाबी लेख में राहुल गांधी के आरोपों को पूरी तरह निराधार बताते हुए कहा, “महाराष्ट्र में हुई पराजय राहुल गांधी को कितनी गहराई से चुभी है, इसका मुझे भलीभांति एहसास है। लेकिन अगर आप लगातार किसानों, बहनों और आम जनता के जनादेश का अपमान करते रहेंगे, तो जनता आपको कभी माफ नहीं करेगी।”
उन्होंने राहुल गांधी पर भ्रम फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि जब जनता को ‘कन्विंस’ नहीं किया जा सकता, तो उन्हें ‘कन्फ्यूज’ कर दो—यही कांग्रेस की रणनीति बन गई है। उन्होंने यह भी जोड़ा कि राहुल गांधी को आत्ममंथन कर यह समझने की ज़रूरत है कि जनता से जुड़ाव क्यों और कैसे कमजोर हुआ।
फडणवीस ने गढ़चिरौली के अपने अनुभवों का जिक्र करते हुए बताया कि कैसे उन्होंने नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में जाकर ज़मीनी काम किया और जनजातियों से संवाद स्थापित किया। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी और गृहमंत्री अमित शाह द्वारा वर्ष 2026 तक नक्सलमुक्त भारत का जो लक्ष्य रखा है, उसे “साकार करने योग्य” बताया।
उन्होंने राहुल गांधी के ‘भारत जोड़ो यात्रा’ को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा कि यह ‘जोड़ो’ नहीं, बल्कि ‘तोड़ो’ अभियान बन गया है, जो देश की संवैधानिक संस्थाओं को निशाने पर ले रहा है। “सुप्रीम कोर्ट से लेकर चुनाव आयोग तक सभी को राहुल गांधी के निशाने पर रखा गया,” फडणवीस ने लिखा।
उन्होंने राहुल गांधी के मतदाता आंकड़ों और वोटिंग प्रतिशत में अनियमितता के आरोपों का खंडन करते हुए तथ्यों का हवाला दिया। फडणवीस ने बताया कि 2024 में मतदाता वृद्धि के आंकड़े न तो असामान्य हैं और न ही अप्रत्याशित। चुनाव आयोग ने खुद कांग्रेस के वकील को विस्तृत 60 पन्नों का जवाब भेजा था, जिसे राहुल गांधी नजरअंदाज कर रहे हैं।
फडणवीस ने अंत में राहुल गांधी पर लोकतंत्र और जनता के जनादेश का निरंतर अपमान करने का आरोप लगाते हुए कहा कि यही कांग्रेस को गर्त में ले जा रहा है। उन्होंने कहा, “अगर बार-बार जनता के फैसले का मज़ाक उड़ाया जाएगा, तो यह अपमान केवल भाजपा या किसी दल का नहीं, बल्कि लोकतंत्र और संविधान का होगा।” फडणवीस का यह तीखा जवाब न केवल कांग्रेस और राहुल गांधी के बयानों पर पलटवार है, बल्कि जून 2024 के बाद के राजनीतिक परिदृश्य में भाजपा की आक्रामक रणनीति का भी संकेत है।
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