भारत दुनिया के लिए जैसे जैसे बाज़ार बनते जा रहा है वैसे ही भारत की पुरानी मगर कारगर औषधियों और उपायों को दुर्लक्षित किआ जा रहा है। कई दावा करते है की ऐसा सुनियोजीत षड्यंत्र की तहत किया जा रहा है, जिससे अंतर्राष्ट्रीय कंपनियां करोड़ों रुपए के लाभ उठाए। लेकीन एक परिवार कुछ आम नुस्खों से घर के हजारों रूपए और देश के करोड़ों रूपए भी बचा सकते है। वह नुस्खा है फिटकरी!
सदियों से भारतीय घरेलू नुस्खों में जगह बनाने वाली फिटकरी (Alum) एक बार फिर वैज्ञानिक शोधों की रोशनी में आई है। शोधों से यह स्पष्ट हुआ है कि फिटकरी न केवल त्वचा और मौखिक स्वास्थ्य में फायदेमंद है, बल्कि यह पानी शुद्ध करने का भी एक पारंपरिक और प्रभावी तरीका है। फिटकरी को हिंदी में ‘शुभ्रा’ भी कहा जाता है और यह पोटैशियम एल्यूमिनियम सल्फेट नामक प्राकृतिक नमक का रूप है। यह पत्थर और पाउडर दोनों रूपों में बाजार में उपलब्ध है और हर रूप का अलग उपयोग है।
फिटकरी का उपयोग कफ वाली खांसी, पेचिश, दस्त, बवासीर, माहवारी में अत्यधिक रक्तस्राव जैसी स्थितियों में किया जाता है। विशेषज्ञ मानते हैं कि एक या दो चुटकी ‘स्पहटिका भस्म’ को शहद के साथ दिन में दो बार लेने से इन समस्याओं में राहत मिलती है। त्वचा की देखभाल में यह मुंहासे, गहरे अंडरआर्म्स, और फटी एड़ियों के इलाज में असरदार है। शेविंग के बाद खून रोकने के लिए भी फिटकरी का पत्थर उपयोग में लाया जाता है।
दांतों की सड़न, मसूड़ों से खून आना और मुंह के छाले—इन सब में फिटकरी एक आजमाया हुआ उपाय है। गर्म पानी में इसका पाउडर मिलाकर कुल्ला करने से काफी लाभ होता है। शहद के साथ पाउडर लगाकर छालों को भी ठीक किया जा सकता है।
फिटकरी का पाउडर पानी में मिलाकर उसे उबालने से पानी की अशुद्धियां हट जाती हैं। अचार और बेकरी उत्पादों में भी यह संरक्षक के रूप में इस्तेमाल होती है। इसके अलावा, मच्छर लार्वा नियंत्रण और डिओडोरेंट के रूप में भी यह उपयोगी है।
दैनिक जीवन में फिटकरी के उपयोग: विस्तार से जानिए हर तरीका
फिटकरी का उपयोग हमारे रोज़मर्रा के जीवन में बेहद सरल और प्रभावशाली तरीकों से किया जा सकता है। विशेष रूप से त्वचा, मौखिक स्वच्छता, पानी की शुद्धता और सामान्य घरेलू उपचारों में इसका स्थान अत्यंत महत्वपूर्ण है।
शेविंग के बाद, अक्सर त्वचा पर छोटे-छोटे कट लग जाते हैं या जलन महसूस होती है। ऐसे में फिटकरी का पत्थर रामबाण साबित होता है। इसे हल्का गीला कर त्वचा पर धीरे-धीरे रगड़ने से न केवल खून बहना रुकता है, बल्कि यह संक्रमण से भी बचाव करता है। यह त्वचा को ठंडक देने के साथ ही सूजन कम करने में भी सहायक होता है।
मौखिक स्वास्थ्य की दृष्टि से फिटकरी का पाउडर बहुत उपयोगी है। इसे गुनगुने पानी में मिलाकर दिन में एक बार कुल्ला करने से दांतों की सड़न, मसूड़ों की सूजन और मुंह से दुर्गंध जैसी समस्याओं में राहत मिलती है। यदि मसूड़ों से खून आ रहा हो या मुंह में छाले हों, तो इस मिश्रण से गरारा करना प्रभावी उपाय होता है।
पानी की शुद्धता के लिए भी फिटकरी का प्रयोग बहुत प्राचीन तरीका है। पानी में 5 से 70 मिलीग्राम तक फिटकरी पाउडर मिलाकर कुछ देर तक छोड़ देने पर पानी में मौजूद गंदगी और अशुद्धियाँ नीचे बैठ जाती हैं। इसके बाद उस पानी को हल्का गर्म करके पीने लायक बनाया जा सकता है, जिससे बैक्टीरिया और अन्य सूक्ष्मजीव समाप्त हो जाते हैं।
घावों और मामूली चोटों में भी फिटकरी उपयोगी होती है। खासकर छोटे कट या जलने पर, फिटकरी पाउडर को नारियल तेल में मिलाकर प्रभावित स्थान पर लगाने से रक्तस्राव जल्दी बंद हो जाता है और संक्रमण की संभावना भी घट जाती है। यह त्वचा की मरम्मत की प्रक्रिया को तेज करता है।
बदबूदार सांस की समस्या से जूझ रहे लोगों के लिए फिटकरी बेहद उपयोगी है। एक गिलास गुनगुने पानी में लगभग 1 ग्राम फिटकरी और चुटकी भर चट्टान नमक मिलाकर गरारे करने से सांस की दुर्गंध दूर होती है और मुंह की सफाई बेहतर होती है। ध्यान देना चाहिए कि इस मिश्रण को केवल गरारे के लिए प्रयोग करें, इसे पीना नहीं चाहिए क्योंकि इससे मतली या उल्टी हो सकती है।
इन सभी उपयोगों से स्पष्ट है कि फिटकरी एक सस्ती, सुलभ और प्रभावशाली घरेलू उपचार है जो हमारी दैनिक जीवनशैली में स्वास्थ्य की दृष्टि से अहम भूमिका निभा सकता है। हालांकि, इसके प्रयोग में संतुलन और सावधानी जरूरी है, खासकर तब जब इसे आंतरिक रूप से लिया जाना हो।
सावधानियां:
हालांकि फिटकरी बाहरी रूप से सुरक्षित है, आंतरिक सेवन पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को बिना डॉक्टर की सलाह के इसका सेवन नहीं करना चाहिए। अत्यधिक मात्रा लीवर को नुकसान पहुंचा सकती है। फिटकरी के कई उपयोगों पर शोध चल रहे हैं। वैक्सीन एडजुवेंट के रूप में इसका उपयोग कुछ विशेषज्ञों के लिए विवादास्पद है, परंतु त्वचा और मौखिक स्वास्थ्य में इसके सकारात्मक प्रभावों की पुष्टि हो चुकी है।
फिटकरी एक बहुउपयोगी पदार्थ है, जो त्वचा देखभाल, दांतों की रक्षा, घाव भरने और पानी शुद्ध करने जैसे अनेक कार्यों में सहायक है। इसके पत्थर और पाउडर रूप दोनों प्रभावी हैं, बशर्ते उन्हें सही मात्रा और विधि से प्रयोग किया जाए। फिर भी, किसी भी आंतरिक उपयोग से पहले डॉक्टर की सलाह लेना न भूलें।
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