एशिया की सबसे प्रतिष्ठित शतरंज प्रतियोगिता दिल्ली इंटरनेशनल जीएम ओपन 2025 का शुभारंभ 7 जून से नई दिल्ली के टिवोली गार्डन्स में होने जा रहा है। इस बार का टूर्नामेंट बेहद खास होने वाला है, क्योंकि इसमें भारत और दुनिया भर के कई शीर्ष ग्रैंडमास्टर्स अपनी चतुराई का प्रदर्शन करेंगे।
टूर्नामेंट के सबसे बड़े आकर्षण होंगे भारत के एस.एल. नारायणन (FIDE रेटिंग 2600) और तीन बार के दिल्ली ओपन विजेता अभिजीत गुप्ता, जिनके साथ भारत की ओर से जीएम दिप्तायन घोष और राष्ट्रीय चैंपियन वेंकटरमन कार्तिक जैसे सितारे भी दावेदारी पेश करेंगे। वहीं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जॉर्जिया के लेवन पंत्सुलिया, लुका पैचाद्जे और आर्मेनिया के मैनुअल पेट्रोसियन जैसे ग्रैंडमास्टर्स इस मुकाबले को और रोमांचक बनाएंगे।
श्रेणी ए में हिस्सा लेने वाले सभी खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रेटेड हैं, जिनमें 24 ग्रैंडमास्टर्स और 21 इंटरनेशनल मास्टर्स शामिल हैं। इस वर्ग के लिए कुल इनामी राशि 51 लाख रुपये निर्धारित की गई है। वहीं, श्रेणी बी (अंडर-1900) और श्रेणी सी (अंडर-1700) में भी खिलाड़ियों के लिए 35-35 लाख रुपये का पुरस्कार रखा गया है। सभी खेल क्लासिकल टाइम कंट्रोल के साथ FIDE स्विस सिस्टम के अंतर्गत खेले जाएंगे और प्रत्येक वर्ग में 10 राउंड होंगे।
इस बार का टूर्नामेंट 25 देशों के 2500 से अधिक खिलाड़ियों को एक साथ लाएगा। यही कारण है कि यह आयोजन सिर्फ प्रतिस्पर्धा नहीं, बल्कि दक्षिण एशियाई शतरंज की आत्मा और भविष्य का दर्पण बन गया है।
इस मौके पर दिल्ली शतरंज संघ के अध्यक्ष भरत सिंह चौहान ने कहा, “हमने खिलाड़ियों को केवल मंच नहीं दिया, बल्कि उन्हें एक सतत, उच्च प्रदर्शन वाला वातावरण भी उपलब्ध कराया है। गुकेश, अर्जुन, प्रग्गनानंदा जैसे युवा सितारे इसी सिस्टम से निकले हैं। इस साल रानी हामिद जैसी दिग्गज और नारायणन जैसे सितारे इस आयोजन को ऐतिहासिक बनाएंगे।”
खास बात यह है कि बांग्लादेश की 80 वर्षीय डब्ल्यूआईएम रानी हामिद, जो 20 बार की राष्ट्रीय चैंपियन रह चुकी हैं और एशिया की सबसे उम्रदराज सक्रिय महिला खिलाड़ी मानी जाती हैं, भी इस आयोजन का हिस्सा होंगी। उनके अनुभव और जोश से युवा खिलाड़ियों को बड़ी प्रेरणा मिलेगी। दिल्ली जीएम ओपन ने वर्षों में भारत के कई शतरंज सितारों को जन्म दिया है। गुकेश डोमाराजू ने यहीं अंतिम जीएम नॉर्म अर्जित कर दुनिया के सबसे युवा ग्रैंडमास्टर बनने का गौरव पाया था।
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