सुप्रीम कोर्ट ने निर्देश दिया था कि विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के साथ-साथ शिवसेना के 16 विधायकों की अयोग्यता पर फैसला करें। कोर्ट ने अपने फैसले में यह भी कहा कि विधानसभा स्पीकर को उचित समय के भीतर यह फैसला लेना चाहिए|कोर्ट ने ये फैसला 11 मई 2023 को दिया| इस फैसले को पारित हुए सात महीने बीत चुके हैं, फिर भी स्पीकर ने कोई फैसला नहीं लिया है|
विपक्षी नेताओं का आरोप है कि विधानसभा अध्यक्ष जानबूझकर 16 विधायकों की अयोग्यता पर फैसला लेने में देरी कर रहे हैं| इस बीच राहुल नार्वेकर का दिल्ली दौरा भी बढ़ गया है|वह दिल्ली जाते हैं और महाराष्ट्र के सत्ता संघर्ष पर मार्गदर्शन मांगते हैं। उन पर भाजपा के वरिष्ठ नेताओं की सलाह पर काम करने का भी आरोप लगाया जा रहा है| इस पर अब एनसीपी विधायक रोहित पवार ने प्रतिक्रिया दी है|
रोहित पवार ने एक सुझाव देते हुए कहा कि अगर विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर लोकतंत्र के पक्ष में निर्णय लेते हैं, तो शिंदे समूह मुश्किल में पड़ जाएगा। रोहित पवार ने कहा कि नार्वेकर लगातार दिल्ली जाकर चर्चा करते हैं और मार्गदर्शन लेते हैं, यह बात महाराष्ट्र के नागरिकों को पसंद नहीं है, क्योंकि महाराष्ट्र ने कभी भी दिल्ली के सामने घुटने नहीं टेके हैं|
16 शिवसेना विधायकों की अयोग्यता पर टिप्पणी करते हुए रोहित पवार ने कहा, ‘मैं केवल यही उम्मीद करता हूं कि राहुल नार्वेकर संविधान के पक्ष में यह फैसला लेंगे| नार्वेकर ने यह निर्णय लेने में काफी देरी की है। इसलिए मेरा उनसे केवल एक ही अनुरोध है। महाराष्ट्र ने कभी भी दिल्ली के सामने घुटने नहीं टेके हैं और महाराष्ट्र विधानसभा के अध्यक्ष नियमित रूप से चर्चा और मार्गदर्शन के लिए दिल्ली आते हैं।
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