उत्तर प्रदेश के बरेली में शुक्रवार को मुस्लिम समुदाय नमाज पढ़ने के बाद सड़क पर उतर आया। यह घटना तब हुई जब आईएम प्रमुख तौकीर रजा ने नमाज आता के करने के बाद ज्ञानवापी पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान के खिलाफ गिरफ्तारियां देने का ऐलान किया। इसके बाद बरेली में हजारों की संख्या में मुस्लिम समुदाय सड़क पर उतर आया। ऐसे में पूरे इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया गया और ड्रोन से इसकी निगरानी की जा रही है।
पुलिस तौकीर रजा के समर्थकों को रोकने के लिए प्रयास कर रही है। खबर लिखे जाने तक बताया जा रहा है कि स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। और पुलिस के साथ ही अन्य बलों को भारी संख्या में तैनात किया गया है।गिरफ्तारी से पहले तौकीर रजा ने पीएम मोदी और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी भी की। बता दें कि उत्तराखंड के हल्द्वानी में गुरुवार को अवैध तरह से बने मदरसा को हटाए जाने पर बवाल हो गया। इस इस दौरान मुस्लिम समुदाय ने पुलिस और नगर निगम के कर्मचारियों पर पत्थर और पेट्रोल बम से हमला किया गया। इस घटना बड़ी संख्या में पुलिस घायल हुए है।
वहीं, बरेली में पुलिस प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट मोड़ में है। तौकीर रजा ने कहा कि अगर कोई अपराधी है तो उसके मकान, मदरसा और मस्जिद पर बुलडोजर क्यों चलाया जा रहा है। इसका विरोध करेंगे। देश में नफ़रत का माहौल बना दिया गया है। इसके खिलाफ बरेली से अभियान की शुरुआत करेंगे और देश भर में चलाएंगे। हमें कोई ऐसा काम नहीं करना है जिससे गलत संदेश जाए। हम संवैधानिक तरीके अपना विरोध दर्ज कराएँगे।
बताया जा रहा है कि श्याम गंज इलाके में भीड़ ने दो युवकों से मारपीट की और उनकी बाइक को तोड़ दिया। कमल शर्मा समीर सागर से भीड़ मारपीट की। उनकी बाइक को भी तोड़ दिया। इसके बाद जब पुलिस ने मोर्चा संभाला तो आरोपी फरार हो गए। वहां पर पत्थरबाजी भी की गई। मौलाना तौकीर रजा को गिरफ्तारी के बाद रिहा कर दिया गया है। वह अपने घर चले गए।
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