केंद्रीय मंत्री नारायण राणे और भाजपा विधायक नितेश राणे की गिरफ्तारी के पहले जमानत मंजूर दे दिया गया है|दिशा सालियन मामले में नारायण राणे और नितेश राणे की ओर जारी एक बयान पर मामला दर्ज किया गया था|उक्त मामले में दिंडोशी सत्र न्यायालय में राणे पिता-पुत्र राहत मिली है|इसके बाद से भाजपा विधायक नितेश राणे की ओर महाविकास आघाडी सरकार पर जमकर निशाना साधा गया है|
उन्होंने कहा, राज्य सरकार ने मेरे ऊपर दबाव बनाने का प्रयत्न किया है|केंद्रीय मंत्री और विधायक होने के कारण प्रजातंत्र में मुझे अन्याय के खिलाफ आवाज उठाने का अधिकार दिया है|इसके बाद भी राज्य सरकार ने मेरे ऊपर दबाव डालने का प्रयत्न किया है,लेकिन लोकतंत्र के मंदिर ने उन्हें सही उत्तर दिया गया है|नितेश राणे ने कहा कि मेरी लड़ाई न्याय के लिए सतत जारी रहेगी|
भाजपा विधायक ने मुंबई पुलिस पर सवालिया निशान उठाते हुए कहा, उक्त मामले में शुरू से ही पुलिस अपनी पारदर्शी भूमिका नहीं निभाई है|मुझे मुंबई पुलिस की जांच पर विश्वास नहीं है क्योंकि उस पर राज्य सरकार का दबाव होता है| पारदर्शी जांच के लिए केंद्रीय प्रणाली की जानकारी है|सालियान मामले की सबूत किसने दिया, सबूत क्या है इन सबकी जानकारी मुंबई पुलिस है|इसलिए हम न्यायालय से मांग करने जा रहे है कि उक्त मामले की जांच सीबीआई से कराई जाये|नितेश राणे ने कहा कि जांच के समय संबंधित अधिकारी का प्रत्येक 15 मिनट पर फोन किया जा रहा था|
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