केंद्रीय चुनाव आयोग ने वास्तिविक शिवसेना कौन है? इसकी जांच के लिए उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे गुट से दस्तावेज प्रस्तुत करने का आदेश दिया है| चुनाव आयोग के इस कार्रवाई पर शिवसेना सांसद संजय राऊत नाराज दिखाई दे रहे है| संजय राउत ने कहा कि शिवसेना मेरी है और आपको किस तरह के सबूत चाहिए| शनिवार को आयोजित पत्रकार परिषद में संजय राउत अप्रत्यक्ष रूप से चुनाव आयोग जमकर फटकार लगायी|
इस अवसर पर संजय राउत ने कहा कि चुनाव आयोग किस तरह का दस्तावेज मांग रहा है? महाराष्ट्र की 11 करोड़ जनता ही शिवसेना की सबसे बड़ी सबूत है| राज्य के आंदोलन शहीद हुए सबूत है, राज्य के शिवसैनिक ही सबसे बड़े सबूत है| विधानसभा अध्यक्ष ने 24 घंटे के भीतर अलग हुए गुट को शिवसेना के रूप में मान्यता दे दी। संजय राउत ने पूछा कि जब लोकतंत्र की हत्या हो रही हो तो क्या सबूत दिए जाएं।
आज आप घोड़े पर बैठे हैं, कल लोग आपके गधे पर से लगाम नहीं हटा पाएंगे। मेरे शब्दों को याद करो। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि विभाजन ने यह साबित करने के लिए समय दिया है कि असली शिवसेना कौन है। भागीदार हो, नई दुनिया में खुश रहो। लेकिन दिल्लीवाले बालासाहेब ठाकरे की शिवसेना को खत्म करना चाहते हैं| इसी वजह से विभाजन को हथियार के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा है|
मैं बाला साहेब की शिवसेना के साथ हूँ| आज मेरे सबूत प्रस्तुत करने का समय आया है| इस पाप को भविष्य में भुगतना पड़ेगा| संजय राउत ने चेतावनी दी कि शिवसेना के खिलाफ सबूत पेश करने में वक्त लगाने वालों को मां जगदंबा माफ नहीं करेंगी| संजय राउत ने यह भी कहा कि जो लोग पैसे और आतंक से टूट जाते हैं वे सबूत नहीं हो सकते।
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