उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले महाराष्ट्र आया था और तब शिवसेना के साथ बातचीत की थी। मैं आज दोबारा कहना चाहूंगा कि शिवसेना नेतृत्व को बताया गया था कि चुनाव देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में लड़ा जाएगा और मुख्यमंत्री भाजपा से होगा, लेकिन वे (शिवसेना) ) सत्ता के लिए हिंदुत्व से समझौता किया। उन्होंने कहा कि दो पीढ़ियों (शिवसेना की) ने एक पार्टी (कांग्रेस) के खिलाफ लड़ाई लड़ती रही और अब उसकी के साथ सत्ता साझा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि शिवसेना ने सिर्फ सत्ता के लिए भाजपा को धोखा दिया।
अमिता शाह ने इस दौरान महाविकास अघाड़ी को नया नाम देते हुए जोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को ‘डीलर’, शिवसेना को ‘दलाल’ और रांकपा को ट्रांसफर नाम दिया। गौरतलब है कि महाराष्ट्र में 2019 के विधानसभा चुनावों के बाद उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना भाजपा से अलग हो गई और सरकार बनाने के लिए शरद पवार के नेतृत्व वाली राकांपा और कांग्रेस के साथ हाथ मिला लिया।
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