केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने आज यहां 19वें विश्व मराठी सम्मेलन का उद्घाटन किया। 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर में मूर्ति पूजा का समारोह आयोजित किया जाएगा|चार शंकराचार्यों ने इस समारोह में शामिल होने से इनकार कर दिया है| इस पर भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने प्रतिक्रिया दी है|
इतने सालों बाद राम मंदिर बन रहा है, इसकी जितनी सराहना की जाए कम है|अभी तक इस विषय को किसी ने नहीं उठाया था, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा ने इस मुद्दे को उठाया| क्या शंकराचार्य को आगामी मंदिर के लिए बधाई देनी चाहिए या आलोचना करनी चाहिए? शंकराचार्य हमारी भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को राजनीतिक नजरिए से देख रहे हैं| राम मंदिर राजनीतिक दृष्टि से नहीं बल्कि धार्मिक दृष्टि से बनाया जा रहा है| राम हमारे भगवान हैं|
उसके लिए मंदिर बनाया जा रहा है| नारायण राणे ने कहा, शंकराचार्य के हिंदू धर्म में योगदान के बारे में बताया जाना चाहिए कि उनके जीवन में राम ने क्या योगदान दिया। इस बीच, देश के चार शंकराचार्यों ने राम मंदिर का निर्माण अधूरा होने के कारण राम मंदिर के उद्घाटन समारोह में शामिल होने से इनकार कर दिया। जबकि अन्य दो शंकराचार्यों ने अभी तक राम मंदिर प्राणप्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने को लेकर अपनी स्थिति स्पष्ट नहीं की है|
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