एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा कि कोई भी धर्म गलत प्रवृत्तियों का समर्थन नहीं करता| वह आलंदी में भागवत वारकरी समेला में वारकरियों को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर सांसद श्रीनिवास पाटिल, अमोल कोल्हे और सभा के पदाधिकारी उपस्थित थे|शरद पवार ने कहा, भागवत वारकरी सम्मेलन इस अवधारणा को लोगों के घरों तक पहुंचाने का संदेश देता है| आज समाज में एक कुरीति व्याप्त है। गलत प्रवृत्तियों को बढ़ावा देने में कुछ कारक भूमिका निभा रहे हैं। इसलिए आम आदमी जो अपने मन को मजबूत करने के लिए मानसिक संतुष्टि देने के लिए बेचैन है, उसकी परेशानी दूर करने के लिए समाज के सामने जो भी विकल्प उपलब्ध है, उसमें हम भागवत वारकरी की बैठक के विचार को नजरअंदाज नहीं कर सकते।
आज सभी देशों में अलग-अलग तत्व अलग-अलग तरीके से अपने कदम बढ़ा रहे हैं। लेकिन दूसरी तरफ हमें अन्याय, एक तरफ अत्याचार, दूसरी तरफ धर्म और कट्टरता के माध्यम से कर्मकांड और इन चीजों के प्रतिफल की तस्वीर देखने को मिलती है। मेरे अनुसार कोई भी धर्म कभी भी गलत आचरण का समर्थन नहीं करता। समाज पर कभी गलत संस्कृति नहीं थोपी जाती। उचित विचार करने से संबंधित सावधानियां बरतता है।
हमने इस स्थान पर मुझसे पहले कई लोगों के विचार सुने हैं। उससे एक बात तो साफ़ हो गयी| हालाँकि यह देश बहुजाति-धर्म-भाषा वाला है, लेकिन इसकी मूल सोच हिंदू, मुस्लिम या अन्य तत्वों के बीच एक तरह का सद्भाव पैदा करना है। इसकी वकालत करना, इसे जड़ से उखाड़ना, इसे शक्तिशाली बनाना आज सचमुच आवश्यक है। शरद पवार ने कहा कि वारकरी सम्मेलन के माध्यम से हम उस आवश्यकता को पूरा कर सकते हैं और उसे समाज में स्थापित कर सकते हैं।