राज्य में आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनाव जैसे जैसे नजदीक आता जा रहा है| राजनीतिक विसात पर सभी पार्टियां दमखम लगाती दिखाई दे रही है| इन दिनों महाराष्ट्र की राजनीतिक में दोनों भाई-बहनों की नोकझोंक देखने को मिल रही है| चुनाव आयोग के फैसले के बाद अजित पवार पूरी तरह आक्रामक तेवर में दिखाई दे रही है| यही, नहीं इनके द्वारा एनसीपी शरद चंद्र पवार की नेता सुप्रिया सुले की संसदीय क्षेत्र बारामती से अपने उम्मीदवार भी खड़ा करने की घोषणा कर चुके हैं|अजित पवार के इस कदम से राजनीतिक गलियारें में दोनों भाई-बहनों के बीच आरोप-प्रत्यारोप भी देखने को मिल रही है|
गौरतलब है कि एनसीपी शरदचंद्र पवार प्रमुख शरद पवार और सुप्रिया सुले को लेकर अजित पवार अपने तरकस से जुबानी हमला करने में कोई कोताही नहीं बरतते दिखाई दे रहे हैं| उन्होंने कहा सिर्फ संसद भवन में भाषण देने से कुछ नहीं होता। अपने संसदीय क्षेत्र में काम करके दिखाना होगा, यदि वहां का कोई विकास नहीं होगा तो इसका निर्णय तो जनता करेगी|
बता दें कि आगामी चुनाव के मद्देनजर वैसे राज्य का प्रत्येक सीट काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है, लेकिन इन दिनों एनसीपी शरद चंद्र पवार गुट की सांसद सुप्रिया सुले की बारामती संसदीय क्षेत्र काफी चर्चा में बना हुआ है| एनसीपी अजित पवार गुट की ओर से भी अपने उम्मीदवार उतारने की बात कही जा रही है| इसी को लेकर पार्टी प्रमुख शरद पवार ने कहा कि भारतीय संविधान में सभी को चुनाव में खड़े होने का बराबर का अधिकार देता है| यही नहीं उन्होंने कहा कि हमें लोगों में अपना विचार रखना चाहिए| क्षेत्र की जनता पूरी तरह आश्वस्त है कि बीते 55-60 वर्षों में हमने क्या-क्या किया है|
वही सुप्रिया सुले ने अजित पवार द्वारा संसद में दिए गए बयान को लेकर तीखी आलोचना की| यही, नहीं उन्होंने कहा कि सुलझे और अनुभवी नेता, जब संसद जैसे पवित्र स्थान पर अपने संसदीय गरिमा को ताक रखकर सदन का मखौल उड़ाया गया, यह बहुत ही निंदनीय और दुखद्पूर्ण है|
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