वंचित बहुजन अघाड़ी के प्रकाश आंबेडकर और शिवसेना के उद्धव बालासाहेब ठाकरे के गठबंधन की घोषणा पिछले सप्ताह एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में की गई थी। लेकिन उसके दो दिन बाद ही संजय राउत और प्रकाश अंबेडकर के बीच जुबानी जंग देखी गई। प्रकाश अंबेडकर ने कहा था कि शरद पवार बीजेपी के हैं, राउत ने इस पर आपत्ति जताई थी।
वहीं आज कोल्हापुर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए जब शरद पवार से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि हमें नहीं पता कि शिवसेना और वंचित बहुजन अघाड़ी के साथ क्या चल रहा है। शरद पवार ने जवाब दिया है कि हम उस चर्चा में शामिल नहीं थे। उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में एनसीपी, कांग्रेस और शिवसेना के गठबंधन की बात हुई है और हमारा मानना है कि हम अगला चुनाव साथ मिलकर लड़ेंगे। वंचित बहुजन अघाड़ी के साथ गठबंधन का हमारा कोई प्रस्ताव नहीं है, इसलिए हम इस पर चर्चा नहीं करेंगे। शरद पवार ने स्पष्ट रुख रखा कि चूंकि उनके साथ गठबंधन का प्रस्ताव हमारे सामने नहीं है, इसलिए किसी को कितनी सीटें आवंटित की जाएंगी, इस पर कोई चर्चा नहीं हो सकती है।
हाल ही में एक न्यूज चैनल से बात करते हुए प्रकाश अंबेडकर ने सनसनीखेज बयान दिया कि शरद पवार अभी भी बीजेपी के साथ हैं। उसके बाद एनसीपी और शिवसेना के मुख्य प्रवक्ता संजय राउत ने अंबेडकर की आलोचना की थी। अम्बेडकर ने उस आलोचना का उत्तर दिया। “संजय राउत कौन हैं जो मुझे सलाह देते हैं? मैं शिवसेना के उद्धव ठाकरे के साथ गठबंधन में हूं। मैं उनकी सलाह सुनूंगा। “लेकिन किसी और को मुझे सलाह नहीं देनी चाहिए,” अम्बेडकर ने आलोचना की थी। अंबेडकर के आरोप का जवाब देते हुए संजय राउत ने पलटवार करते हुए कहा कि “उद्धव ठाकरे को मैं ही तय करूंगा”।
ये भी देखें
स्पेशल ट्रेन: उर्स श्रद्धालुओं के लिए नवनीत राणा की मांग मानी, शिवसेना का तंज