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Sunday, November 24, 2024
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​​ ​फडणवीस ने महाराष्ट्र से झूठ बोला​, आ​दित्य ठाकरे​ ​​ने दावों का ​किया ​खंडन​ ​!

'शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे नेता आदित्य ठाकरे ने भाजपा नेता और राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर गंभीर आरोप लगाए हैं।

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शिवसेना​ उद्धव बालासाहेब ठाकरे नेता आदित्य ठाकरे ने तीखी आलोचना करते हुए कहा कि ​मैंने कभी इतने झूठ नहीं सुने​​ जि​​तने उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की आज की प्रेस कांफ्रेंस में बोले गए। हो सकता है कि फडणवीस को उनकी टीम ने गलत जानकारी दी हो। उपमुख्यमंत्री ने संवाददाता सम्मेलन में कहा ​​कि सुभाष देसाई जब उद्योग मंत्री थे तो उन्होंने कहा था कि महाराष्ट्र में फॉक्सकॉन परियोजना नहीं आएगी,लेकिन देसाई ने एक पुराने प्रोजेक्ट को लेकर वह बयान दिया था।
वेदांता और फॉक्सकॉन का सेमीकंडक्टर प्रोजेक्ट बिल्कुल अलग था। लेकिन फडणवीस ने आज पुरानी खबर दिखाकर महाराष्ट्र को गुमराह करने की कोशिश की है, ‘शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे नेता आदित्य ठाकरे ने भाजपा नेता और राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
​देवेंद्र फडणवीस ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आरोप लगाया कि महा विकास अघाड़ी महाराष्ट्र को बदनाम करने की कोशिश कर रहा है| यह भी दावा किया गया था कि जब उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री थे तब वेदांत-फॉक्सकॉन परियोजना राज्य से बाहर चली गई थी। इस दावे का खंडन करते हुए आदित्य ठाकरे ने वेदांत-फॉक्सकॉन प्रोजेक्ट को लेकर पूरी टाइमलाइन भी बताई। 15 दिसंबर, 2021 को केंद्र सरकार ने 76 हजार करोड़ रुपये की सब्सिडी की घोषणा की और सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले पॉलिसी पेश की। 5 जनवरी 2022 को, वेदांत ने इस परियोजना में महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक और तेलंगाना राज्यों के लिए रुचि व्यक्त की। 11 को महाराष्ट्र सरकार ने वेदांत को जवाब दिया और परियोजना को मंजूरी भी दी।
​19 जनवरी को सुभाष देसाई ने वेदांत के मुखिया को पत्र लिखकर आश्वासन दिया कि यदि आप महाराष्ट्र आएंगे तो वह सभी आवश्यक अनुमति देंगे। हम सभी ने 20 जनवरी को कंपनी के साथ मीटिंग की थी। उसके बाद 1 फरवरी को जो शंका थी, उसे दूर कर दिया गया। 19 फरवरी को वेदांत की टीम ने कहा कि वे परियोजना के प्रस्तावित स्थल का निरीक्षण करेंगे और 24 फरवरी को तालेगांव जाकर निरीक्षण किया|​​ इस निरीक्षण के बाद टीम द्वारा विस्तृत रिपोर्ट तैयार की गई। 3 मई को, फॉक्सकॉन की टीम के साथ फिर से साइट का निरीक्षण किया गया। 6 मई जब देसाई साहेब और मैं दावोस में थे, तो हम वहाँ के संबंधित लोगों से भी मिले।
14 मई को, वेदांत ने महाराष्ट्र सरकार को एक विस्तृत निवेश आवेदन भेजा। इसमें बताया गया है कि केंद्र और महाराष्ट्र सरकार इसमें कैसे निवेश करेगी। जब इस तरह की तमाम प्रक्रियाएं चल रही थीं, तो विश्वासघात से महाराष्ट्र सरकार को उखाड़ फेंका गया। उसके बाद असंवैधानिक मुख्यमंत्री ने वेदांत-फॉक्सकॉन को एक पत्र भी लिखा।​ ​लेकिन आखिरकार सितंबर के महीने में यह स्पष्ट हो गया कि यह परियोजना गुजरात में चली गई, ‘आदित्य ठाकरे ने दावा किया है कि यह परियोजना शिंदे-फडणवीस के दौर में महाराष्ट्र के हाथ से निकल गई थी।
 
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