पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय तथा पर्यटन राज्य मंत्री और अभिनेता सुरेश गोपी ने राजनीति से संन्यास लेने और फिल्मों में वापसी की इच्छा जताई है। उन्होंने कहा कि मंत्री बनने के बाद उनकी आय पूरी तरह से रुक गई है, जिसके चलते वे अपने अभिनय करियर को दोबारा शुरू करना चाहते हैं। केरल के कन्नूर में एक कार्यक्रम के दौरान सुरेश गोपी ने कहा, “मैं सच में फिर से अभिनय करना चाहता हूं। मुझे कमाई करनी है, क्योंकि अब मेरी आय पूरी तरह से बंद हो गई है।”
उन्होंने आगे कहा कि उन्होंने कभी मंत्री बनने की प्रार्थना नहीं की थी,“चुनाव से एक दिन पहले मैंने पत्रकारों से कहा था कि मैं मंत्री नहीं बनना चाहता, मैं सिनेमा जारी रखना चाहता हूं।” गोपी ने बताया कि वे अक्टूबर 2008 में भाजपा में शामिल हुए थे, और यह पार्टी व जनता का निर्णय था कि उन्हें मंत्री बनाया जाए।
गोपी ने अपने स्थान पर राज्यसभा सांसद सी. सदानंदन मास्टर को केंद्रीय मंत्री बनाए जाने का सुझाव दिया है। उन्होंने कहा कि सदानंदन मास्टर पार्टी के सबसे युवा सदस्यों में से एक हैं और इस भूमिका के लिए उपयुक्त रहेंगे। उन्होंने ये बातें सदानंदन मास्टर के सांसद कार्यालय के उद्घाटन समारोह में कही।
सुरेश गोपी केरल से भाजपा के पहले लोकसभा सांसद हैं। वे मलयालम फिल्म इंडस्ट्री के एक लोकप्रिय अभिनेता भी रहे हैं। उन्होंने 2016 में भाजपा ज्वॉइन की थी और उसी वर्ष उन्हें राज्यसभा के लिए नामांकित किया गया था।
गोपी ने 2019 और 2021 के लोकसभा व विधानसभा चुनावों में हिस्सा लिया था, लेकिन दोनों बार पराजित हुए। हालांकि, 2024 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने त्रिशूर सीट से भारी जीत दर्ज की, जहां उन्होंने सीपीआई उम्मीदवार वी.एस. सुनील कुमार को 74,000 से अधिक मतों से हराया।
सुरेश गोपी वर्तमान में पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय तथा पर्यटन मंत्रालय में राज्यमंत्री (MoS) के रूप में कार्यरत हैं। उन्होंने पहले भी कई बार कहा है कि वे अपने मंत्री पद से इस्तीफा देना चाहते हैं ताकि फिल्मों में अपनी अधूरी प्रतिबद्धताओं को पूरा कर सकें।
गोपी का राजनीतिक सफर भले ही उतार-चढ़ाव भरा रहा हो, लेकिन उन्होंने अपनी ईमानदारी और खुलेपन के लिए हमेशा सुर्खियां बटोरी हैं। अब जब उन्होंने खुले तौर पर स्वीकार किया है कि आर्थिक दबाव उन्हें अभिनय की ओर लौटा रहा है, यह स्पष्ट है कि वे अपनी असल पहचान एक अभिनेता के रूप में ही खुद को देखना चाहते हैं।
यह भी पढ़ें:
गाजा युद्धविराम के बीच पहली रिहाई: हमास ने सात इज़राइली बंधकों को रेड क्रॉस को सौंपा
धनतेरस पर सोने की कीमतें ऊंचाई पर; ₹1.3 लाख प्रति 10 ग्राम तक पहुंचने की उम्मीद!
“आठ युद्ध” रोकने के बाद अब ट्रंप की नजर पाकिस्तान-अफगानिस्तान संघर्ष पर!



