गाजा में चार दिनों से जारी युद्धविराम के बीच सोमवार(13 अक्तूबर)को एक बड़ा कदम उठाया गया। हमास ने पहले सात इज़राइली बंधकों को इंटरनेशनल कमिटी ऑफ द रेड क्रॉस (ICRC) के हवाले कर दिया है। यह कदम इज़राइल-हमास युद्धविराम समझौते के तहत पहली औपचारिक रिहाई है। इज़राइली टीवी चैनलों ने पुष्टि की है कि ये बंधक सुरक्षित रूप से रेड क्रॉस की कस्टडी में पहुंच चुके हैं।
तेल अवीव में बंधकों की रिहाई की खबर के बाद सैकड़ों लोग सड़कों पर उतर आए और शालोम के नारे लगाए। इस बीच, इज़राइल डिफेंस फोर्स (IDF) और इज़राइल सिक्योरिटी एजेंसी (ISA) ने संयुक्त बयान में कहा कि, “सात बंधक रेड क्रॉस को सौंपे गए हैं और वे अब इज़राइली बलों की ओर बढ़ रहे हैं। आगे और रिहाइयां जल्द होंगी।”
हमास ने पुष्टि की है कि कुल 20 जीवित बंधकों की रिहाई के बदले 1,900 से अधिक फिलिस्तीनी कैदियों को छोड़ा जाएगा। इनमें से अधिकांश गाजा से हालिया युद्ध के दौरान पकड़े गए लोग हैं, जबकि लगभग 250 ऐसे कैदी भी हैं जो इज़राइलियों पर हमलों के मामलों में दोषी ठहराए गए थे।
एसोसिएटेड प्रेस के अनुसार, अब तक यह स्पष्ट नहीं है कि 26 मृत और 2 लापता बंधकों के अवशेष सोमवार को लौटाए जाएंगे या नहीं। एक अंतरराष्ट्रीय एजेंसी को इन अवशेषों की पहचान और वापसी में मदद के लिए तैनात किया जा सकता है। रॉयटर्स के मुताबिक, 1,966 फिलिस्तीनी बंदी सोमवार (13 अक्तूबर)सुबह इज़राइली जेलों से बसों में सवार होकर गाजा की ओर रवाना हुए, जहां उन्हें नासिर अस्पताल में उनके परिवारों से मिलाया जाएगा। यह सभी रिहाइयां युद्धविराम समझौते का हिस्सा हैं।
सीमा पर मिस्र के रास्ते से 400 से अधिक राहत ट्रक गाजा में प्रवेश के लिए कतार में लगे हैं। इज़राइली अधिकारियों ने कहा है कि आने वाले दिनों में यह संख्या 600 ट्रक प्रतिदिन तक बढ़ाई जाएगी, जिसमें खाद्य, दवा और पानी की आपूर्ति शामिल होगी।
इस संवेदनशील मौके पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप सोमवार सुबह इज़राइल पहुंचने वाले हैं। व्हाइट हाउस ने बताया कि ट्रंप बंधक परिवारों से मुलाकात करेंगे और इज़राइली संसद (क्नेस्सेट) को संबोधित करेंगे। इसके बाद वे मिस्र में होने वाले क्षेत्रीय शांति सम्मेलन में भाग लेंगे। ट्रंप ने इस युद्धविराम में मध्यस्थ की भूमिका निभाई थी।
जर्मनी के विदेश मंत्री योहान वेडेफुल ने कहा कि कतर, मिस्र और तुर्की जैसे अरब देश हमास पर निरस्त्रीकरण (disarmament) के लिए दबाव बना रहे हैं। उन्होंने कहा, “ये सभी देश नहीं चाहते कि हमास आगे सक्रिय रहे। शांति तभी संभव है जब दबाव बरकरार रखा जाए।”
अगले 24 घंटे इस नाजुक युद्धविराम के लिए निर्णायक माने जा रहे हैं, जिनमें शेष 13 जीवित बंधकों की रिहाई अगली खेप में होगी। इसके बाद 28 मृत या लापता बंधकों के अवशेष लौटाने की प्रक्रिया शुरू हो सकती है। इज़राइल करीब 2,000 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा। मानवीय सहायता और ईंधन की आपूर्ति तेज होगी।
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