प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में आज जलगांव में ‘लखपति दीदियों’ की सभा हुई| इस कार्यक्रम में स्वयं सहायता समूहों की एक से डेढ़ लाख महिलाओं ने भाग लिया। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महिला सशक्तिकरण के लिए शुरू की गई कई पहलों के बारे में बात की| “मैं बस इतना कह सकता हूं कि यह सिर्फ एक ट्रेलर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, अब हम बहनों और बेटियों की भूमिका को और विस्तारित करने जा रहे हैं।
जलगांव में आज (25 अगस्त) ‘लखपति दीदियों’ की सभा हुई| यह कार्यक्रम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में हुआ| कार्यक्रम जलगांव हवाईअड्डा क्षेत्र में आयोजित किया गया था| इस कार्यक्रम में स्वयं सहायता समूहों की एक से डेढ़ लाख महिलाओं ने भाग लिया। करीब दस साल बाद नरेंद्र मोदी जलगांव जिले में आये| इस मौके पर उन्होंने महिलाओं के लिए कई योजनाओं पर टिप्पणी की|
“भारत की अर्थव्यवस्था एक प्रमुख शक्ति बन रही है। सुदूर आदिवासी क्षेत्रों में स्व-सहायता समूहों द्वारा जो परिवर्तन किया जा रहा है, वह सबके सामने है। 10 साल में यह संख्या बहुत बड़ी है|10 साल में 10 करोड़ महिलाएं इस अभियान से जुड़ चुकी हैं| हमने उन्हें बैंक से भी जोड़ा है| हमने उन्हें बैंक से आसान और सस्ता ऋण दिया है।’ चलिए मैं आपको एक नंबर देता हूं| इसे सुनकर आपको हैरानी भी होगी और गुस्सा भी|
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 2014 तक बचत समूह को 25 हजार करोड़ से भी कम बैंक लोन मिले थे| याद करना सिर्फ 25 हजार करोड़,लेकिन पिछले 10 वर्षों में कम से कम 9 लाख करोड़ रुपये दिए गए हैं|”
“यह तो बस एक ट्रेलर है”: “कहां 25 हजार करोड़ और कहां 9 लाख करोड़।” इतना ही नहीं, सरकार द्वारा दी जाने वाली सीधी सहायता भी लगभग 30 गुना बढ़ गई। प्रधानमंत्री ने कहा कि इससे गांव की महिलाओं की आय बढ़ी है और वे देश को मजबूत कर रही हैं। आपको बता दें, ये तो सिर्फ ट्रेलर है। हम बहनों और बेटियों की भूमिका को और विस्तारित करने जा रहे हैं|”
“महिलाओं के समूह को दिए जाएंगे लाखों रुपए के ड्रोन”: “आज सवा लाख से ज्यादा बैंक सखी गांव-गांव में बैंकिंग सेवाएं दे रही हैं।” कुछ महिलाएं कह रही थीं कि वे एक करोड़ का बिजनेस कर रही हैं| हम महिलाओं के एक समूह को लाखों रुपये का ड्रोन देने जा रहे हैं|’ क्योंकि ड्रोन से किसानों को आधुनिक खेती करने में मदद मिलेगी|
हम 2 लाख पशु प्रेमियों की मदद करने जा रहे हैं| हम प्राकृतिक खेती के लिए नारी शक्ति को नेतृत्व देने जा रहे हैं। इसके लिए हमने कृषि सखी कार्यक्रम शुरू किया है| आने वाले समय में देश के गांवों में लाखों कृषि सखियां बनाने जा रहे हैं। इससे लड़कियों का आत्मविश्वास बढ़ेगा|”
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