चर्चित यौन शोषण और तस्करी आरोपी जेफ्री एपस्टीन की पहली पीड़िताओं में से एक, कलाकार मारिया फार्मर ने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को लेकर एक गंभीर दावा किया है। उन्होंने न्यू यॉर्क टाइम्स से बातचीत में कहा कि 1995 में एपस्टीन के मैनहैटन कार्यालय में एक देर रात मुलाकात के दौरान ट्रम्प उन्हें घूरते रहे और उन्हें नाबालिग समझ बैठे। मारिया फार्मर ने दावा किया कि उन्होंने एफबीआई को 1996 और 2006 में इस घटना की जानकारी दी थी। उन्होंने कहा, “मैंने 1996 और फिर 2006 में एफबीआई को शिकायत दी, पर आज तक नहीं जानती कि उन्होंने मेरे आरोपों के साथ क्या किया।”
फार्मर के अनुसार, 1995 की उस रात वे रनिंग शॉर्ट्स पहनकर एपस्टीन के कार्यालय पहुंचीं। कुछ समय बाद सूट में आए ट्रम्प लगातार मेरे पैरों को घूरते रहे। तभी एपस्टीन अंदर आए और ट्रम्प से कहा, “नहीं, नहीं। वह तुम्हारे लिए नहीं आई है।” इसके बाद दोनों कमरे से चले गए। फार्मर ने दावा किया कि उन्होंने ट्रम्प को कहते सुना, “मैं समझा था वह 16 साल की है।” उस समय फार्मर खुद 20 के उम्र में थीं और उन्होंने कहा कि उन्होंने ट्रम्प को कभी अन्य महिलाओं के साथ अनुचित व्यवहार करते नहीं देखा, लेकिन वह अनुभव बेहद असहज करने वाला था।
व्हाइट हाउस ने मारिया फार्मर के आरोपों को बासी और हास्यास्पद बताया है। ट्रम्प प्रशासन के संचार निदेशक स्टीवन च्यूंग ने कहा, “राष्ट्रपति कभी एपस्टीन के कार्यालय में नहीं गए। तथ्य यह है कि उन्होंने एपस्टीन को अपने क्लब से बाहर कर दिया था क्योंकि वह ‘घिनौना’ था।” प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने बयान में कहा, “न्यूयॉर्क टाइम्स जैसे मीडिया घराने थके हुए और घटिया प्रयासों से ट्रम्प को एपस्टीन से जोड़ने की कोशिश कर रहे हैं, क्योंकि वे ट्रम्प प्रशासन की उपलब्धियों से ध्यान भटकाना चाहते हैं।”
ज्ञात हो की 2002 में डोनाल्ड ट्रम्प ने जेफ्री एपस्टीन को शानदार आदमी कहा था। दोनों के साथ पार्टी करते पुराने वीडियो भी सार्वजनिक हो चुके हैं। हालांकि, 2019 में ट्रम्प ने कहा था कि वह एपस्टीन के फैन नहीं हैं और वर्षों से बात नहीं की थी। 2022 में एपस्टीन की सहयोगी घिसलेन मैक्सवेल को 20 साल की जेल हुई थी, जबकि एपस्टीन ने 2019 में जेल में आत्महत्या कर ली थी।
हाल ही में वॉल स्ट्रीट जर्नल ने रिपोर्ट किया था कि ट्रम्प ने 2003 में एपस्टीन को एक “यौन संकेतों से भरी जन्मदिन की शुभकामना” भेजी थी। ट्रम्प ने इस रिपोर्ट को झूठा बताते हुए $10 अरब डॉलर का मानहानि का मुकदमा दायर किया है।फार्मर के दावे के बाद यह सवाल फिर उठ खड़ा हुआ है कि क्या ट्रम्प का नाम उन फाइलों में हो सकता है जो अब तक सार्वजनिक नहीं हुई हैं। ट्रम्प स्वयं इन फाइलों के सार्वजनिक होने की मांग कर चुके हैं, यह कहते हुए कि “उनके पास छिपाने को कुछ नहीं है।”
खैर मरिया फार्मर के आरोप अमेरिकी राजनीति में एक बार फिर ट्रम्प-एपस्टीन रिश्तों पर चर्चा को बढ़ावा दे रहें है, विशेष रूप से ऐसे वक्त में जब ट्रम्प दोबारा राष्ट्रपति पद के लिए प्रचार में जुटे हैं।
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