मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बीकेसी के मैदान में शिवसैनिकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि उन्होंने या चालीस विधायकों ने कोई गद्दारी नहीं की है। हां गद्दारी हुई है, बीजेपी से अलग होकर कांग्रेस और एनसीपी के साथ महाविकास अघाड़ी सरकार बनाकर। सबसे बड़ी बात यह रही कि इस दशहरा रैली में उद्धव ठाकरे के भाई जयदेव ठाकरे ने सीएम शिंदे के साथ मंच शेयर किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री शिंदे को हमारा पूरा समर्थन है।
इस रैली को उन्होंने संबोधित करते हुए कहा कि वे सीएम शिंदे का साथ न छोड़े, वे बहुत मेहनती हैं। ठाकरे किसी भी ग्रुप में नहीं हो सकते। उन्होंने कहा कि सीएम शिंदे के उठाये गए कदम बहुत पसंद है। इसी वजह से मै यहां प्यार से आया हूं। उन्होंने कहा कि शिंदे गरीबों और किसानों के लिए काम कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि शिंदे राज को वापस आने दो चुनाव होने दो शिंदे सरकार आने दो। मै शिंदे का पूरी तरह से समर्थन करता हूं। इस दौरान जयदेव ठाकरे की पत्नी स्मिता ठाकरे भी थीं। जबकि उद्धव ठाकरे के बड़े भाई दिवंगत बिंदु माधव के बेटे निहार ठाकरे भी मौजूद थे। इससे पहले उद्धव ठाकरे ने दादर के शिवाजी पार्क में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को गद्दार बताया और नया नाम कटप्पा दिया। उन्होंने कहा कि कहा कि जनता उन्हें कभी भी माफ़ नहीं करेगी। उद्धव ने कहा यह बात सभी को पता होनी चाहिए कि शिवसेना की गद्दी सिर्फ शिवसैनिकों की है। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने भी किया वह सही नहीं है। उसने धोखा दिया।
उन्होंने कहा कि उनकी गद्दी ज्यादा समय तक नहीं रहने वाली है। ये लोग शिवसेना का नाम चुराने की कोशिश कर रहे हैं। इन लोगों का कोई भविष्य नहीं है। जबकि बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि मुझे बीजेपी वालों से हिंदुत्व का पाठ नहीं पढ़ना है। बीजेपी वाले शिवसेना की गद्दी चुराने की कोशिश कर रहे हैं जो सही नहीं है।
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