चुनाव आयोग को उद्धव ठाकरे की चिट्ठी, शिंदे गुट का बचाव, नीतीश कुमार का जिक्र करते हुए कहा..!

गृह मंत्री अमित शाह ने ऐलान किया है कि मध्य प्रदेश में 'रामलला के दर्शन मुफ्त कराए जाएंगे'|अमित शाह को ये घोषणा सिर्फ मध्य प्रदेश के लिए नहीं करनी चाहिए| देश के हर कोने में राम भक्त हैं|उन श्रद्धालुओं के लिए अयोध्या में उनकी सुविधा के अनुसार निःशुल्क व्यवस्था की जानी चाहिए।

चुनाव आयोग को उद्धव ठाकरे की चिट्ठी, शिंदे गुट का बचाव, नीतीश कुमार का जिक्र करते हुए कहा..!

Uddhav Thackeray's letter to the Election Commission, defending Shinde group, referring to Nitish Kumar said..!

मध्य प्रदेश में भाजपा सरकार आने पर भक्तों को राम लला के मुफ्त दर्शन कराए जाएंगे। गृह मंत्री अमित शाह ने आश्वासन दिया था कि इसका खर्च भाजपा सरकार उठाएगी|इस पर शिवसेना के ठाकरे गुट के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने टिप्पणी की है| उद्धव ठाकरे ने कहा, ”कर्नाटक विधानसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘बजरंगबली की जय’ बोलकर वोट करने की अपील की थी|गृह मंत्री अमित शाह ने ऐलान किया है कि मध्य प्रदेश में ‘रामलला के दर्शन मुफ्त कराए जाएंगे’|अमित शाह को ये घोषणा सिर्फ मध्य प्रदेश के लिए नहीं करनी चाहिए|देश के हर कोने में राम भक्त हैं|उन श्रद्धालुओं के लिए अयोध्या में उनकी सुविधा के अनुसार निःशुल्क व्यवस्था की जानी चाहिए।
”उद्योग मंत्री उदय सामंत ने उद्धव ठाकरे के बयान पर प्रतिक्रिया दी है|उदय सामंत ने कहा, अमित शाह के बयान पर उद्धव ठाकरे ने टिप्पणी की|हालांकि, आठ दिन पहले उनके भारत गठबंधन के सदस्य नीतीश कुमार ने अभद्र टिप्पणी पर कुछ नहीं कहा था|बिहार विधानसभा में जिस तरह से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महिलाओं पर अभद्र टिप्पणी की| अश्लील बयान को लेकर उद्धव ठाकरे को अपनी राय रखनी चाहिए,लेकिन उद्धव ठाकरे ने इस बारे में कुछ नहीं कहा|

उद्योग मंत्री उदय सामंत ने कहा, हमें उम्मीद थी कि इंडिया फ्रंट के लोग महिलाओं के बारे में नीतीश कुमार की अभद्र टिप्पणी के बारे में बात करेंगे, उद्धव ठाकरे की प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस पर बात होगी| लेकिन, ऐसा कुछ नहीं हुआ| अमित शाह के बयान को लेकर उद्धव ठाकरे ने चुनाव आयोग को पत्र लिखा है| उस पर चुनाव आयोग फैसला लेगा, लेकिन, नीतीश कुमार के बयान पर भारतीय गठबंधन के हर दल की क्या राय है? उन्हें ऐसा कहना चाहिए|

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पिछले सप्ताह विधानसभा में जनसंख्या नियंत्रण पर बोलते हुए लड़कियों की शिक्षा की आवश्यकता पर प्रकाश डाला। इस बार उन्होंने एक अजीब बयान दिया है|  इससे हॉल में मौजूद महिला विधायक सकपका गईं, जबकि पुरुष विधायकों के बीच कानाफूसी शुरू हो गई| नीतीश कुमार के अजीबोगरीब बयान को लेकर विपक्षी दलों ने उनकी आलोचना की है|

यह भी पढ़ें-

मुंबई में छठ पूजा पर विवाद बढ़ा, राजनीतिक पार्टियां आमने-सामने; वास्तव में क्या हुआ?

Exit mobile version