उप्र विधानसभा-2022 का प्रथम चरण का चुनाव 10 फरवरी, 2022 को होने जा रहाहै| निष्पक्ष एवं निर्भीक चुनाव के लिए चुनाव आयोग पूरी तरह से गंभीर दिखाई दे रहा है। मतदान पर निगरानी को निर्वाचन से जुड़े अधिकारियों का अलग-अलग वाट्सएप ग्रुप बनाया गया है। पीठासीन अधिकारी, सेक्टर व जोनल मजिस्ट्रेट के साथ जिला निर्वाचन अधिकारी आदि उसमें जोड़े गए हैं। खुफिया विभाग क्रिटिकल व संवेदनशील मतदान केंद्रों की निगरानी करेगा।
मतदान पार्टी के रवाना होने के बाद मतदान केंद्र पहुंचने, केंद्र पर कहीं कोई अव्यवस्था तो नहीं या सभी व्यवस्था दुरुस्त हैं, मतदान समाप्त होने के बाद स्ट्रांग रूम पहुंच ईवीएम जमा करने तक की हर आधा घंटे में पीठासीन अधिकारी अपडेट देंगे। नामांकन , नामांकन वापसी व पर्चा वापस लेने के लिए आरओ जिला प्रशासन और एआरओ को आरओ के वाट्सएप ग्रुप से जोड़ा गया है। इस तरह सूचना के आदान-प्रदान की कड़ी फिट की गई है।
मतदान शुरू होते ही उसके प्रतिशत की जानकारी हर दो घंटे में अपडेट करनी होगी। कंट्रोल रूम भी इस दौरान सक्रिय रहेगा। मतदान केंद्रों की गतिविधियों व मत फीसद की जानकारी आयोग को पहुंचाई जाएगी। मतदान की गतिविधियों की निगरानी को निर्वाचन अधिकारियों का वाट्सएप ग्रुप बनाया जाएगा। यह कार्य शीघ्र पूरा होगा। इस पर मतदान अधिकारी हर आधे घंटे पर अपडेट देंगे। वोटिंग के दौरान ईवीएम, वीवी पैट में दिक्कत आती है तो उसे तत्काल दूर कराया जाएगा।
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