वीर सावरकर पर अपनी टिप्पणी को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी की एक बार फिर देश भर में आलोचना हो रही है। भारत जोड़ो यात्रा में आदित्य ठाकरे की भागीदारी को लेकर महाराष्ट्र के राजनीतिक गलियारे सहित आम जनमानस में भी इसकी जमकर आलोचना भी कर रही है।
कोणीतरी सांगितलेला इतिहास ऐकायचा आणी काहीही बोलायचं ही कुठली वैचारिक प्रगल्भता..म्हणे सावरकरांनी कोणा दुसऱ्याकडून स्वतःवर पुस्तक लिहून घेतलं
हा रागांचा बेसूर झालेला नवा राग का ?आश्यर्य तर या गोष्टीचंही वाटतं कि सावरकरांचा सतत अपमान करणाऱ्या सोबत मा.बाळासाहेबांचे वारसदार फिरतात..— Chitra Kishor Wagh (@ChitraKWagh) November 17, 2022
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में आदित्य ठाकरे की मौजूदगी पर आपत्ति जताते हुए चित्रा वाघ ने एक ट्वीट में स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर को लेकर चल रहे विवाद का जिक्र किया है|चित्रा वाघ ने कहा, ये कैसी वैचारिक गहराई है किसी के बताए इतिहास को सुनना और कुछ भी कहना.. सावरकर ने किसी और से खुद पर किताब लिखवाई| यह एक विकृत मानसिकता का प्रतिक है|
तरी कसे ??
वारसदार हे कुटुंबात जन्म झाल्यानं होत नाही तर विचारांनी असतात, हेच खरं.ज्यांच्या जाज्वल्य देशभक्तीला पुजायला हवं, त्यांची याच महाराष्ट्रात अवहेलना करण्याची हिम्मत कोणी करतंय ? रक्त सळसळत नाही का ? @ShivSena @CMOMaharashtra @Dev_Fadnavis @cbawankule
— Chitra Kishor Wagh (@ChitraKWagh) November 17, 2022
चित्रा वाघ ने भारत जोड़ो यात्रा में भाग ले रहे आदित्य ठाकरे और उनके ठाकरे समूह पर भी निशाना साधा है। चित्रा वाघ ने यह सवाल पूछा है। यह एक सच्चाई है कि वारिस परिवार में नहीं बल्कि विचारों से पैदा होते हैं। महाराष्ट्र में जिनकी देशभक्ति की पूजा की जानी चाहिए, उनका अपमान करने की हिम्मत कौन करता है? क्या खून नहीं खौलता? चित्रा वाघ ने अपने ट्वीट में ये सवाल पूछा है ?