संसद में दर्शक दीर्घा से कूदकर कार्यवाही के दौरान पीला कलर गैस छोड़ने वाले युवकों का नाम सागर शर्मा और मनोरंजन डी है। इन दोनों मो बीजेपी सांसद प्रताप सिम्हा के पास पर संसद की दीर्घा गैलरी में जाने की अनुमति मिली थी। इसके बाद दोनों आरोपी दर्शक दीर्घा से कूदकर सांसदों के बीच पहुंच गए और टेबल पर इधर उधर फांदते देखे गए। इन आरोपियों को गिरफ्तार का सुरक्षा एजेंसियों के हवाले कर दिया गया है। अब उनसे पूछताछ की जा रही है। ऐसे में यह सवाल उठता है कि प्रताप सिम्हा कौन हैं जिनके पास पर दोनों आरोपियों ने एंट्री पाई थी।
बताया जा रहा है के प्रताप सिम्हा ने ओम बिरला से मिलकर इस मामले में सफाई दी है। प्रताप सिम्हा कर्नाटक में 2015 में टीपू सुल्तान का जन्मोत्सव मनाये जाने के खिलाफ रहे हैं। उनका कहना है कि टीपू मुस्लिम समाज के लिए आदर्श हो सकते है। हिन्दुओं के लिए नहीं है। उन्होंने सिद्धारमैया पर उन्होंने जिहादियों को बढ़ावा देने का आरोप लगाया था। उन्होंने सिद्धारमैया के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया था। वर्तमान में आरोपी युवकों को पास देने पर चर्चा में हैं।
प्रताप सिम्हा सांसद पत्रकार से नेता बने हैं। पिछले साल उन्होंने मैसूर ऊटी रोड पर बने एक बस स्टॉप को गिराए जाने की चेतावनी दी थी। इस बस स्टॉप का ऊपरी हिस्सा मजिस्द के गुंबद की तरह बना हुआ था। उन्होंने कहा था अगल बगल छोटे छोटे गुंबद हैं जबकि बीच बड़ा गुंबद है। जो एक मस्जिद की तरह दिखाई देता है। तब उन्होंने कहा था कि मैंने इंजीनियरों से कहा है कि इन गुंबदों को गिरा दें या खुद जेसीबी से उखाड़ दूंगा। बाद में उसे हटा दिया गया था।
प्रताप सिम्हा कन्नड़ भाषा के समाचार पत्रों में कालम लिखते हैं ,उन्हें तेजतराक हिंदूवादी नेता के तौर पर देखा जाता है। उनका एक कालम बहुत प्रसिद्ध हुआ था। इसके साथ ही उन्होंने नरेंद्र मोदी के ऊपर एक पुस्तक लिखी है। जिसका नाम नरेंद्र मोदी: यारू थुलियादा हादी है। इसके बाद 2014 में उनकी एंट्री राजनीति में हुई है।उनके परिवार में पत्नी और एक बेटी है।
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