केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार (23 सितंबर) को मुंबई का दौरा किया। इस मौके पर उन्होंने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के आवास पर जाकर गणपति बप्पा के दर्शन किये| हालांकि, इस बार उपमुख्यमंत्री अजित पवार के अनुपस्थित रहने से राजनीतिक चर्चा छिड़ गयी, जब पत्रकारों ने अजित पवार से इस बारे में पूछा तो उन्होंने इस अनुपस्थिति के पीछे का कारण बताया| वह रविवार (24 सितंबर) को पिंपरी चिंचवड़ में बोल रहे थे।
अजित पवार ने कहा, ”मैं कल 23 सितंबर को बारामती में था| जैसे मैंने 24 सितंबर को पूरे दिन के लिए पिंपरी चिंचवड़ को समय दिया था, 25 सितंबर को पूरे दिन के लिए पुणे को समय दिया था, वैसे ही मैंने 23 सितंबर को बारामती को समय दिया था। मैं वर्षों से बारामती का नेतृत्व कर रहा हूं। बारामती के पांच संगठन, सिनेगॉग हाउसिंग सोसायटी, बारामती बैंक, बारामती खरीद संघ, बारामती दुग्ध संघ, बारामती मार्केट कमेटी की वार्षिक बैठक होती है।
“मैंने अमित शाह के कार्यालय को सूचित किया”: “मैं उस बैठक को छोड़ना नहीं चाहता था। इस बैठक की तारीख तय होने से 15 दिन पहले एजेंडा तैयार किया जाता है|इसलिए मैंने अमित शाह के कार्यालय को सूचित किया कि भले ही अमित शाह आ रहे हैं, लेकिन मैं वहां नहीं हूं। अजित पवार ने कहा, मेरा दौरा पहले ही तय हो चुका है|
शिंदे-फडणवीस को भी बताई गई थी गैरहाजिरी’: उन्होंने कहा, ”मैंने इस बारे में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उप मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस को भी बताया। मैं बारामती में था और शाम को बारामती में कुछ गणेश मंडल के दौरे और अन्य कार्यक्रम थे। इसलिए मेरा काम देर रात तक शुरू हुआ,” अजित पवार ने यह भी बताया|
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