क्या टूट जाएगा भावनाओं का बांध? शरद पवार, सुप्रिया, अजित एक साथ एक मंच पर आएंगे !

दूसरी ओर, एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने अजित पवार के रुख का विरोध किया है| अजित पवार और उनके साथ गए सभी साथियों ने जो स्टैंड लिया है, वह उनका निजी स्टैंड है| शरद पवार ने स्पष्ट किया है कि संबंधित भूमिका पार्टी की नहीं है,लेकिन अजित पवार के गुट ने पूरी पार्टी पर दावा ठोक दिया है| इसको लेकर दोनों गुटों के बीच कानूनी लड़ाई शुरू हो गई है|

क्या टूट जाएगा भावनाओं का बांध? शरद पवार, सुप्रिया, अजित एक साथ एक मंच पर आएंगे !

Will the dam of emotions break? Sharad Pawar, Supriya, Ajit will come together on one stage!

इस वक्त एनसीपी पार्टी में बड़ी फूट देखने को मिल रही है| पार्टी दो गुटों में बंटी हुई है|उपमुख्यमंत्री अजित पवार के अलग रुख अपनाने से पार्टी दो धड़ों में बंट गई है| पार्टी के ज्यादातर विधायकों ने अजित पवार के साथ सत्ता में भागीदारी का फैसला किया है| दूसरी ओर, एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने अजित पवार के रुख का विरोध किया है| अजित पवार और उनके साथ गए सभी साथियों ने जो स्टैंड लिया है, वह उनका निजी स्टैंड है| शरद पवार ने स्पष्ट किया है कि संबंधित भूमिका पार्टी की नहीं है,लेकिन अजित पवार के गुट ने पूरी पार्टी पर दावा ठोक दिया है| इसको लेकर दोनों गुटों के बीच कानूनी लड़ाई शुरू हो गई है|

एनसीपी के दोनों गुटों ने अब चुनाव आयोग और सुप्रीम कोर्ट में लड़ाई शुरू कर दी है| एनसीपी पार्टी में भी शिवसेना की तरह ही घटनाक्रम हो रहा है| इसलिए सबकी नजर चुनाव आयोग की सुनवाई पर टिकी है, लेकिन जहां शिवसेना और एनसीपी के बीच विभाजन में कुछ समानताएं हैं, वहीं कुछ चीजें अलग भी हुई हैं। क्योंकि पार्टी में विभाजन के बाद भी अजित पवार ने अपनी पार्टी के शीर्ष नेताओं के साथ शरद पवार से मुलाकात की है| इन सभी नेताओं ने शरद पवार से सत्ता में भागीदारी का अनुरोध किया, लेकिन शरद पवार ने उस अनुरोध को खारिज कर दिया|

अजित पवार गुट के शरद पवार पर गंभीर आरोप: अजित पवार गुट के विधायकों ने भी शरद पवार से व्यक्तिगत तौर पर मुलाकात कर सत्ता में शामिल होने का अनुरोध किया,लेकिन फिर भी वे नहीं आये| इन सभी घटनाक्रमों के बाद चुनाव आयोग की सुनवाई के दौरान अजित पवार के गुट की ओर से शरद पवार पर गंभीर आरोप लगाए गए| शरद पवार पार्टी में मनमानी कर रहे हैं| पार्टी में चुनाव के जरिये नियुक्तियां नहीं होती| अजित पवार गुट ने चुनाव आयोग में आरोप लगाया कि एक ही हस्ताक्षर से नियुक्ति हुई है|

अजित पवार के गुट ने चुनाव आयोग में गंभीर आरोप लगाया कि शरद पवार पार्टी में तानाशाह की तरह व्यवहार कर रहे हैं| अजित पवार गुट की यह दलील शरद पवार विधायक जितेंद्र आव्हाड को रास नहीं आई। इस वजह से वह पूरी प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान फूट-फूट कर रोने लगे| इन सभी घटनाक्रमों के बाद इस बात की पूरी संभावना है कि दोनों गुटों के दिग्गज नेता एक मंच पर एक साथ आएंगे|
एक मंच पर एक साथ आएगा पवार परिवार?: सूत्रों से जानकारी मिली है कि एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार, उनकी बेटी सांसद सुप्रिया सुले और उपमुख्यमंत्री अजित पवार एक मंच पर एक साथ आएंगे| एनसीपी में बड़ी टूट के बाद पहली बार शरद पवार, अजित पवार और सुप्रिया सुले एक मंच पर एक साथ आएंगे| अनंतराव पवार इंग्लिश स्कूल की नई बिल्डिंग के उद्घाटन के मौके पर पवार परिवार इकट्ठा होगा| कार्यक्रम का आयोजन 22 अक्टूबर को भिगवां में किया गया है| कार्यक्रम के निमंत्रण कार्ड में तीनों नेताओं शरद पवार, अजित पवार और सुप्रिया सुले के नाम हैं|
टूट जाएगा भावनाओं का बांध?: कुछ दिन पहले सुप्रिया सुले ने ‘जी मराठी’ के कार्यक्रम ‘खुपते टूट गुप्ते’ में भाई-बहन के रिश्ते पर टिप्पणी की थी। अजित पवार के साथ अपनी यादों के बारे में बात करते हुए सुप्रिया ताई की आंखों में आंसू आ गए| इस बार सुप्रिया सुले के आंसू छलक पड़े| तो अब इस कार्यक्रम में अजित दादा भी शामिल होने वाले हैं| इसके अलावा शरद पवार के भी मौजूद रहने की संभावना है| इसलिए इस कार्यक्रम पर पूरे प्रदेश की नजर रहेगी|
 
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