रूस-यूक्रेन के बीच युद्ध का 35वां दिन जारी है| युद्ध भयावह से बचने की कोशिश अपने आप में कितना खतरनाक होती है, इससे इसी बात से लगाया जा सकता है कि यूक्रेन की शरणार्थी महिलाओं और लड़कियों के साथ उन जगहों पर रेप किया जा रहा है, जहां वो सुरक्षा की उम्मीद में पहुंची हैं|
24 फरवरी, 2022 को रूस के हमले के बाद से यूक्रेन छोड़ने वाले 36 लाख यूक्रेनी लोगों में लगभग सभी महिलाएं और बच्चे हैं| 18 से 60 साल की उम्र के पुरुषों और लड़कों को रूसी सेना के खिलाफ देश की रक्षा के लिए यूक्रेन में रहना अनिवार्य किया गया है|
रूसी हमलों से बचने के लिए ये महिलाएं और बच्चे मुख्य रूप से पोलैंड और अन्य यूरोपीय देशों कर रूख कर रहे हैं, जहां वीजा बंदिशों में नरमी है| मानवीय संगठनों ने यूक्रेनी शरणार्थियों को भोजन और आश्रय जैसी जरूरतें देने के लिए कई कार्यक्रम चलाए हैं| दुनियाभर में लोग अपने घरों में इन लोगों को रहने की जगह दे रहे हैं|
यूनाइटेड किंगडम ने एक नई नीति की घोषणा की कि वो यूक्रेनियन को बिना फीस अपने घर में रखने वाले स्थानीय लोगों को प्रति महीने लगभग 455 डॉलर का अनुदान देगा| लेकिन ये कोशिशें, चाहे कितनी भी अच्छी क्यों न हों, यूक्रेनी महिलाओं और लड़कियों के लिए यौन हिंसा और तस्करी के नए जोखिम लेकर आती हैं|
संयुक्त राष्ट्र ने चेतावनी दी है कि यूक्रेन से भागने वाले बच्चों, विशेष रूप से परिवार से अलग हुए बच्चों को यौन शोषण या काम कराने के लिए तस्करी के उच्च जोखिम का सामना करना पड़ रहा है|
ऐसा अनुमान है कि 5 में से 1 शरणार्थी महिला और लड़कियां घर से अपनी यात्रा के दौरान, साथ ही शरणार्थी शिविरों और आश्रयों जैसी जगहों में यौन हिंसा का सामना करती हैं| मेक्सिको और लीबिया जैसी जगहों पर आपराधिक नेटवर्क से जुड़े लोग भी प्रवासी मार्गों पर महिलाओं और लड़कियों की तलाश में रहते हैं|
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