देवस्थानमं बोर्ड के अधिकारी के अनुसार कोरोना नियमों का पालन करते हुए विधि-विधान से कपट खोले जायेंगे।कपाटोद्घाटन से पहले मंदिर को 11 कुंतल फूलों से सजाया गया है।
रुद्रप्रयाग। कोरोना की दूसरी लहर के बीच भगवान केदारनाथ का कपाट कल यानि सोमवार को खुलेगा। धाम की यात्रा में यह दूसरा मौका है जब कोविड संकट के चलते केदारनाथ धाम में सन्नाटे के बीच बाबा केदार के कपाट खुलेंगे। सोमवार 17 मई को सुबह 5 बजे बाबा केदार के कपाट खोल दिए जाएंगे।कपाटोद्घाटन से पहले मंदिर को 11 कुंतल फूलों से सजाया गया है।
वहीं केदारधाम में दिखने वाला कपाटोत्सव भी सीमित लोगों की मौजूदगी में संपन्न होगा। लाखों भक्तों को भी देव धामों में आने पर पाबंदी से उन्हें भी निराशा ही हाथ लगी है। अब सवाल यह है कि क्या कपाट खुलने के बाद सरकार भक्तों को केदारधाम आने की अनुमति देगी? यह तो आने वाला कल ही बताएगा, फ़िलहाल तो केदारनाथ के प्रमुख पड़ाव स्थल के साथ ही पैदल मार्ग और धाम में सन्नाटा पसरा रहेगा।
कोरोना की वजह से 29 अप्रैल 2020 जब केदारनाथ धाम के कपाट खोले गए थे तो, 9 घंटे में 135023 तीर्थयात्रियों ने बाबा केदार के दर्शन किया था। इससे पहले बाबा केदार की चल विग्रह डोली को ऊखीमठ ओंकारेश्वर मंदिर से पहली बार वाहन से सीधे गौरीकुंड ले जाया गया। यह बदलाव भी पहली बार दिखा। इसके बाद 30 अप्रैल से 11 जून तक केदारनाथ में यात्रियों की आवाजाही को प्रतिबंधित किया गया। कोई भी यात्री केदारनाथ नहीं पहुंच सका।
इसके बाद राज्य सरकार ने 12 जून से गंगोत्री यमुनमोत्री के साथ ही बदरीनाथ और केदारनाथ में यात्रियों को जाने की अनुमति तो दी किंतु मंदिर परिसर के बाहर से ही दर्शनों की इजाजत दी गई। इसके बाद 7 अक्टूबर से केदारनाथ में सभा मंडप से भक्तों को दर्शन की अनुमति दी गई। जबकि कपाट बंद होने से ठीक एक दिन पहले केदारनाथ में तीर्थयात्रियों को गर्भगृह में प्रवेश करने दिया गया।
उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ और उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत सहित डेढ़ हजार यात्रियों ने बीते वर्ष कपाट बंद होने के मौके पर रविवार सुबह साढ़े 6 बजे से 2 बजे और सोमवार को सुबह 2 बजे से 4 बजे गर्भगृह में जाकर बाबा केदार के दर्शन किए थे। जबकि कोविड के चलते पूरे यात्रा काल में गर्भगृह में जाने की अनुमति नहीं दी गई थी।
जिलाधिकारी मनुज गोयल ने बताया कि आज बाबा केदार के कपाट खुल रहे हैं। सरकार और देवस्थानम बोर्ड के दिशा निर्देशों के मुताबिक कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुए कपाट खुलने की परम्परा का निर्वहन किया जाएगा। अभी आम भक्तों को केदारनाथ आने की अनुमति नहीं है। हर रोज मुख्य पुजारी द्वारा बाबा केदार की नित्य पूजाएं की जाएंगी।
वहीं देवस्थानमं बोर्ड के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी बीडी सिंह ने बताया कि सरकार और देवस्थानमं बोर्ड द्वारा कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुए विधि-विधान से केदारनाथ के कपाट खोले जाएंगे। किसी को भी मंदिर के गर्भ गृह में जाने की अनुमति नहीं है। केदारनाथ रावल और मुख्य पुजारी की देखरेख में मंदिर के कपाट खोले जाएंगे।