भगवान गणेश पहले पूजे जाते हैं। जब कोई शुभ कार्य किया जाता है तो भगवान गणेश को पहले पूजा किया जाता है। भगवान मंगलकारी हैं। भाद्रपद मास में गणेश जी की मनोयोग से पूजा अर्चना करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। 25 अगस्त यानी आज बुधवार को संकष्टी चतुर्थी है। भगवान गणेश जी की पूजा होती है। उनका मन पसंद भोजन मोदक का भोग अवश्य लगाएं। आइये जानते हैं इसके महत्व और शुभ मुहूर्त के बारे में।
बुधवार दिन होने के कारण इसका महत्व और अधिक बढ़ गया है। संकष्टी चतुर्थी का दिन हर महीने के दोनों पक्षों की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार आज संकष्टी चतुर्थी के दिन बुधवार को ये व्रत रखा जाएगा। हालांकि चतुर्थी तिथि 25 अगस्त 2021 को शाम को 4 बजकर 18 मिनट पर शुरू होगा, लेकिन भगवान गणेश की पूजा दिन के समय में होती है। इसलिए 25 अगस्त यानी आज संकष्टी चतुर्थी मनाई जा रही है। आज के दिन भगवान गणेश की पूजा करके बुध ग्रह को भी मजबूत किया जा सकता है।
भगवान गणेश को विघ्नहर्ता भी कहा जाता है। इनकी पूजा करने से सभी परेशानियां दूर हो जाती है। इसलिए भगवान गणेश की चतुर्थी तिथि को संकष्टी चतुर्थी कहा जाता है। इस दिन भगवान गणेश की पूजा करने से आपकी सभी परेशनियां दूर हो जाती हैं। इसलिए इसे संकष्टी चतुर्थी कहा जाता है। कई श्रद्धालु भगवान गणेश को प्रसन्न करने के लिए व्रत रखते है। इस दिन कुछ मंत्रों का जाप करने से आपके जीवन की सभी परेशानियां दूर हो जाती है।
संकष्टी चतुर्थी के दिन सुबह- सुबह उठकर स्नान करना चाहिए और स्वच्छ वस्त्र पहन कर पूजा स्थल में लाल रंग के आसन पर गणेशजी की प्रतिमा या चित्र स्थापित करना चाहिए। इसके बाद भगवान गणेश को सिंदूर का तिलक लगाएं, धूप, दीप, गंध और फूल और दूर्वा चढ़ाएं। इसके बाद गणेश जी के मंत्रों और स्त्रोतों से गणेश जी की पूजा अर्चना करें।