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Wednesday, April 2, 2025
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शनिचरी अमावस्या पर मध्य प्रदेश की नदियों के घाटों पर उमड़ा आस्था का सैलाब

नर्मदा नदी के जबलपुर स्थित ग्वारीघाट, तिलवारा घाट, नर्मदापुरम के सेठानी घाट और ओंकारेश्वर में हजारों श्रद्धालु सुबह से ही पूजा-अर्चना कर रहे हैं।

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मध्य प्रदेश में शनिचरी अमावस्या के पावन अवसर पर शनिवार को राज्य की प्रमुख नदियों के घाटों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी।शनिचरी अमावस्या के अवसर पर मध्य प्रदेश की प्रमुख नदियों के घाटों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। भक्तजन नर्मदा, बेतवा, क्षिप्रा सहित विभिन्न नदियों में स्नान कर पूजा-पाठ और दान-पुण्य में लीन हैं।

नर्मदा नदी के जबलपुर स्थित ग्वारीघाट, तिलवारा घाट, नर्मदापुरम के सेठानी घाट और ओंकारेश्वर में हजारों श्रद्धालु सुबह से ही पूजा-अर्चना कर रहे हैं। उज्जैन के रामघाट और त्रिवेणी घाट पर भी भक्तों की भारी भीड़ देखी जा रही है। ओरछा में बेतवा नदी के किनारे विशेष अनुष्ठान हो रहे हैं।

श्रद्धालु इस शुभ अवसर पर पुराने कपड़े, अनाज और अन्य वस्तुओं का दान कर रहे हैं। जरूरतमंदों को भोजन और आवश्यक सामग्री वितरित की जा रही है। धार्मिक कथाओं और प्रवचनों का आयोजन किया गया है, जिससे वातावरण पूरी तरह भक्तिमय हो गया है।

प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के लिए व्यापक इंतजाम किए हैं, ताकि लोग निर्बाध रूप से धार्मिक अनुष्ठानों में भाग ले सकें। शनिचरी अमावस्या पर उमड़ी आस्था और परंपरा की इस लहर में श्रद्धालु अपनी सुख-समृद्धि की कामना के साथ पूजा-पाठ और सत्संग में लीन हैं। श्रद्धालु इस शुभ दिन पर पुराने कपड़े, अनाज, और अन्य वस्तुओं का दान कर रहे हैं। गरीबों को भोजन और जरूरी सामग्री दी जा रही है। धार्मिक कथाएं सुनी जा रही हैं, और संत-महात्मा प्रवचन दे रहे हैं।

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शनिचरी अमावस्या पर दूर-दराज से श्रद्धालु राज्य के विभिन्न जल स्रोतों और मंदिरों में भी एकत्र हो रहे हैं। सभी अपने कष्टों से मुक्ति और सुख-समृद्धि की कामना के साथ पूजा-पाठ, दान-पुण्य और सत्संग में लीन हैं। इस विशेष अवसर पर प्रशासन ने यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम किए हैं, ताकि श्रद्धालु निर्बाध रूप से धार्मिक अनुष्ठानों में भाग ले सकें।

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