सीहोर के शिव कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने सनातन धर्म का विरोध करने वालों को कडा जवाब दिया है। सनातन धर्म को बीमारी बताने वालों से पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि वे लोग पहले अपने दादा परदादा के नाम का पता लगाएं, क्योंकि वह भी सनातनी ही थे। इतना ही नहीं, उन्होंने यह भी कहा कि सनातन धर्म सभी धर्म का मूल है और सभी का बाप है। बता दें कि तमिलनाडु के मंत्री उदय निधि स्टालिन, डीएमके नेता ए राजा और अभिनेता प्रकाश राज ने सनातन धरम की तुलना मलेरिया, डेंगू , एचआईवी और कुष्ठ रोग से की है।
इंदौर पहुंचने पर पत्रकारों से बात करते हुए पंडित प्रदीप मिश्रा जब उनसे पूछा गया कि राज्य में किसकी सरकार बनेगी तो उन्होंने कहा कि प्रदेश में भोलेनाथ की सरकार बनेगी। उन्होंने कहा कि राजनीति में अगर किसी को पांच साल सत्ता मिली है तो उसका वह सद्पयोग करे ,दुरूपयोग न करे। जब उनसे यह पूछा गया कि क्या वे राजनीति में आएंगे। इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि फिलहाल वे कथा वाचन कर ही संतोष महसूस कर रहे हैं। उन्होंने इंडिया बनाम भारत कीबहस में उन्होने भारत का सामर्थसँ करते हुए कहा कि इससे देशवासियों की छाती चौड़ी हो जाती है।
सनातन धर्म पर हो रहे विवाद पर उन्होंने कहा कि सभी को सनातन की राह पर चलना चाहिए। क्योंकि हमारे बच्चों की परिभाषा और रहन सहन बदल रहा है। सनातन धर्म से ही बच्चों में संस्कार आएंगे। सनातन धर्म सभी धर्मों का मूल है और सबका बाप है। उन्होंने कहा कि जो लोग सनातन धर्म को डेंगू, मलेरिया या एचआइवी बोल रहे हैं, वे पहले अपने दादा परदादा के नाम का पता लगाएं, क्योंकि पहले वे भी सनातनी थे। उन्होंने सवाल पूछने वाले अंदाज में कहा कि क्या जो लोग सनातन धर्म को डेंगू ,मलेरिया या एचआईवी बता रहे है क्या वे डेंगू की औलाद हैं ? उन्होंने कहा कि किसी को भी अपनी बातों से किसी दूसरे को ठेस पहुंचाने का अधिकार नहीं है।
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