इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2025 के 25वें मैच में सीएसके को कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) ने 8 विकेट से हराकर एक और शर्मनाक हार का सामना कराया। इस मैच में सीएसके द्वारा दिया गया 104 रनों का टारगेट सिर्फ 10.1 ओवर में पूरा कर लिया गया, जो आईपीएल के इतिहास में 100 प्लस के टारगेट का पीछा करते हुए तीसरी सबसे तेज जीत थी।
सीएसके ने पहले बैटिंग करते हुए 20 ओवर में 9 विकेट के नुकसान पर 103 रन बनाए। यह चेपॉक के मैदान पर सीएसके का दूसरा सबसे कम स्कोर था। इससे पहले, 2019 में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने यहां केवल 70 रन बनाए थे। सीएसके का यह प्रदर्शन आईपीएल के इतिहास में अब तक की सबसे बड़ी हार में शुमार हो चुका है, जिसमें मैच के दौरान गेंद शेष रहते हुए हार का सामना करना पड़ा।
जहां एक तरफ सीएसके के बल्लेबाजों ने एक के बाद एक गलतियों से टीम को नुकसान पहुंचाया, वहीं दूसरी तरफ महेंद्र सिंह धोनी की टीम में भूमिका पर भी गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। धोनी, जो आईपीएल के सफल कप्तानों में से एक रहे हैं,जो खुद मैदान में अपना प्रभाव छोड़ने में नाकाम नजर रहे हैं। उनकी धीमी बल्लेबाजी और खराब फॉर्म सीएसके के प्रदर्शन पर प्रतिकूल असर डाल रही है, जबकि टीम में युवा खिलाड़ियों को मौके नहीं मिल पा रहे हैं।
कई क्रिकेट एक्सपर्ट्स और फैंस ने धोनी के खेलने को लेकर सवाल उठाए हैं। उनकी धीमी गति से बैटिंग और टीम को पिछड़ते हुए छोड़ने की आलोचना की जा रही है। जबकि सीएसके को युवा और तेज़ खिलाड़ी चाहिए जो मैच में जल्दी से वापसी कर सकें, धोनी की कप्तानी में टीम अब भी खुद को उसी पुराने ढर्रे पर लाकर खड़ा कर रही है। धोनी का ट्रैक रिकॉर्ड मिस्ट्री गेंदबाजों के खिलाफ हमेशा कमजोर रहा है, और उनका प्रदर्शन अब टीम के लिए बोझ बनता जा रहा है।
नरेन और धोनी का जादू
केकेआर के स्पिनर सुनील नरेन ने एक बार फिर सीएसके के खिलाफ शानदार प्रदर्शन किया, 4 ओवर में सिर्फ 13 रन देकर 3 विकेट लिए। नरेन ने सीएसके के खिलाफ अब तक 26 विकेट लिए हैं, जो किसी भी गेंदबाज द्वारा सीएसके के खिलाफ सबसे ज्यादा हैं, लेकिन धोनी के संघर्षपूर्ण प्रदर्शन ने सीएसके के लिए मुश्किलें बढ़ा दी हैं।
दरम्यान सीएसके अब लगातार पांच मैच हार चुकी है, और इस सीजन में पहली बार चेपॉक के मैदान पर लगातार तीन मैच हारने का रिकॉर्ड भी बना लिया है। यह टीम के लिए एक गंभीर चेतावनी है कि अगर धोनी और बाकी अनुभवी खिलाड़ियों का प्रदर्शन नहीं सुधरता, तो सीएसके की राह मुश्किल हो सकती है। साथ ही, युवा खिलाड़ियों को टीम में अधिक मौके मिलने चाहिए, ताकि टीम को भविष्य में भी सफलता मिल सके।
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