सिडनी में टीम इंडिया के साथ ऐसा व्यवहार क्यों​ ​?

मेलबर्न से यात्रा करने के बाद वापस अभ्यास करने के लिए यात्रा करना अधिक थका देने वाला था। ऐसे में देखा जाए तो टीम इंडिया और सिडनी की दोस्ती काफी पुरानी है।

सिडनी में टीम इंडिया के साथ ऐसा व्यवहार क्यों​ ​?

Why such treatment to Team India in Sydney?

​मेलबर्न में पाकिस्तान के खिलाफ अपना प्रदर्शन खत्म कर भारतीय टीम अगले मैच के लिए सिडनी पहुंच गई है। टीम इंडिया ने आराम करने की बजाय अभ्यास का विकल्प चुना और स्टेडियम पहुंच गई। कप्तान रोहित शर्मा, विराट कोहली, केएल राहुल, दिनेश कार्तिक समेत सभी भारतीय खिलाड़ियों ने जमकर पसीना बहाया और खूब अभ्यास किया|

एक घंटे के अभ्यास के बाद अच्छा खाना जरूरी है और टीम इंडिया को भी यही उम्मीद थी, लेकिन डाइट में ठंडे सैंडविच और खीरा-टमाटर देखकर मन खिन्नं हो गया| होटल जाने के बाद भारतीय टीम ने खाना नहीं खाया और लौटा दिया|

सिडनी में ​भारतीय टीम के साथ यह ​नाटक भोजन तक सीमित नहीं था। टीम इंडिया को अभ्यास के लिए होटल से 42 किमी दूर ब्लैकवुड जाना था। यह सोचकर कि अभ्यास के लिए इतनी दूर जाना और होटल वापस आना बहुत थका देने वाला होगा, टीम ने केवल एक दिन अभ्यास करने का फैसला किया। मेलबर्न से यात्रा करने के बाद वापस अभ्यास करने के लिए यात्रा करना अधिक थका देने वाला था। ऐसे में देखा जाए तो टीम इंडिया और सिडनी की दोस्ती काफी पुरानी है।
मंकीगेट कांड याद हो तो सारा मामला एक ही शहर में एक ही जमीन पर हुआ था। ऑस्ट्रेलिया के एंड्रयू साइमंड्स और भारत के हरभजन सिंह 2007-2008 में बॉर्डर-गावस्कर में भारत-ऑस्ट्रेलिया सिडनी टेस्ट के दौरान भिड़ गए और हरभजन पर साइमंड्स को बंदर कहने का आरोप लगाया गया। हालांकि हरभजन ने इससे साफ इनकार किया।​ ​इस मामले में हरभजन सिंह पर 3 मैचों का प्रतिबंध लगा था, लेकिन टीम इंडिया और सचिन तेंदुलकर के साथ बोर्ड के अड़े रहने के बाद उन्हें अपना फैसला वापस लेना पड़ा|​ ​
फिर 2012 में, जब भारतीय टीम चली गई, तो विराट कोहली को सिडनी क्रिकेट प्रशंसकों द्वारा गाली दी गई, जो उनकी अशिष्टता के लिए कुख्यात थे। वह बाउंड्री पर फील्डिंग कर रहे थे और भीड़ उन्हें गालियां दे रही थी|​​ विराट कोहली ने गुस्से में अपनी मध्यमा भी दिखाई। इससे ऑस्ट्रेलियाई मीडिया को एक नया मसाला मिला। कोहली ने जो किया वो सबने देखा, लेकिन रूखे फैंस से कोई बात करने को तैयार नहीं था|​​
2020-21 के दौरे के दौरान प्रशंसकों द्वारा तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह और युवा खिलाड़ी मोहम्मद सिराज को गाली दी गई। एक नस्लवादी टिप्पणी में, मंकीगेट को ब्राउन डॉग कहा गया। इसे लेकर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड काफी खफा था। प्रशंसकों के खिलाफ कार्रवाई पर पुलिस ने भी टिप्पणी की थी।
​इसमें कोई शक नहीं कि टी20 वर्ल्ड कप एक आईसीसी टूर्नामेंट है और सारे इंतजाम उनके द्वारा किए जाते हैं, लेकिन टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया आए करीब 20 दिन हो चुके हैं| इससे पहले टीम ने मेलबर्न में पाकिस्तान के खिलाफ मैच खेला था। प्रैक्टिस भी की, लेकिन खाने की शिकायत सिडनी से ही क्यों आई? यह सोचने वाली बात है।
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